अफगानिस्तान की पंजशीर घाटी में एक बार फिर से भीषण जंग छिड़ गई है। ताजिक नेता अहमद मसूद के समर्थकों ने तालिबान के दर्जनों आतंकियों को मार गिराने और तीन बड़े जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है। पंजशीर के शेर कहे जाने वाले अहमद मसूद के नैशनल रजिस्टेंस फ्रंट (NRF) ने तालिबान को अब उसी की भाषा में गुरिल्ला हमले से जवाब देना शुरू किया है। इससे घबराए तालिबान ने हजारों की तादाद में सैनिक और भारी हथियार पंजशीर की घाटी में भेजे हैं।
अफगानिस्तान के चर्चित पत्रकार बिलाल सरवरी ने तालिबान की ओर से बनाए गए वीडियो को ट्वीट करके बताया कि बड़ी संख्या में तालिबानी सैनिक पंजशीर घाटी में जमा हो गए हैं। उनके साथ टैंक और कई अन्य हथियारबंद वाहन दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला ने दावा किया था कि पंजशीर घाटी में कोई सैन्य कार्रवाई नहीं चल रही है। इस बीच तालिबान पर पंजशीर में आम नागरिकों को निशाना बनाने के भी आरोप लगाए जा रहे हैं। तालिबान पर कई आम नागरिकों को बंधक बनाए जाने के भी आरोप लगे हैं।
Footage filmed by Taliban in Panjshir with Taliban units gathering. Despite denials by @Zabehulah_M33 that " all is ok in Panjshir." pic.twitter.com/lYbBmQwoEe
— BILAL SARWARY (@bsarwary) May 10, 2022
तालिबान ने विद्रोह को कुचलने के लिए सैनिकों को पंजशीर भेजा
एनआरएफ के प्रवक्ता अली नजारी ने कहा कि उनके संगठन ने पंजशीर घाटी में गुरिल्ला जंग छेड़ी है। अगस्त महीने में तालिबान के सत्ता में आने के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब आतंकी संगठन के खिलाफ समन्वित तरीके से हमले हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये हमले ताजिक नेता अहमद मसूद के आदेश पर किए जा रहे हैं। नजारी ने कहा कि 12 प्रांतों में मसूद का प्रभाव जारी रहेगा। एनआरएफ के एक अन्य प्रवक्ता सेबघतुल्ला अहमदी ने दावा किया है कि 22 तालिबानी आतंकी लड़ाई में मारे गए हैं।
तालिबान ने एनआरएफ के इस दावे को खारिज किया है। एनआरएफ ने 6 तालिबान आतंकियों को बंधक बनाने और 7 टैंकों को बर्बाद करने का भी दावा किया है। पंजशीर में तालिबान के गवर्नर के प्रवक्ता ने कहा कि दारा जिले में छोटे स्तर पर हमले शुरू हुए हैं। इसमें हमारे तीन लोग घायल हो गए हैं। तालिबान के इस दावे में दम नहीं नजर आ रहा है। यही वजह है कि तालिबान ने विद्रोह को कुचलने के लिए बड़े पैमाने पर सैनिकों को पंजशीर घाटी में भेजा है।