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रोमांस और बदले का कॉकटेल, जानें कैसी है तापसी पन्नू की 'हसीन दिलरुबा', पर थ्रिलर नहीं…
Shiddhant Shriwas
2 July 2021 10:25 AM GMT
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फिल्म के हर एक किरदार ने बखूबी अपना अभिनय निभाया है. तापसी और विक्रांस मैसी की केमिस्ट्री देखने लायक है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कास्ट – तापसी पन्नू (Taapsee Pannu), विक्रांत मैसी (Vikrant Massey), हर्षवर्धन राणे (Harshvardhan Rane), आदित्य श्रीवास्तव, आशीष वर्मा, यामिनी दास, दया शंकर पांडे.
निर्देशक – विनिल मैथ्यू
कहां देख सकते हैं – नेटफ्लिक्स पर
रेटिंग – 3
'हसीन दिलरुबा' फिल्म (Haseen Dillruba) की थीम कोई नई नहीं है, लेकिन इसे दिलचस्प बनाने की विनिल मैथ्यू (Vinil Mathew) ने भरपूर कोशिश की है. यह एक मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है. फिल्म में कई प्रतिभाशाली कलाकार शामिल हैं, जिन्होंने अपनी भूमिकाएं खूबसूरती से निभाई हैं, पर कहानी कहीं न कहीं फीकी दिखाई पड़ती है. फिल्म में सेक्स है, प्यार है, झूठ है, लेकिन जिस रोमांच की उम्मीद दर्शकों ने की थी, क्या उस पर कलाकार और निर्देशक खरे उतरे हैं? चलिए जानते हैं…
क्या कहती है कहानी?
28 वर्षीय दिल्ली की लड़की रानी (तापसी पन्नू) का जीवन, उन भारी-भरकम कहानियों को दर्शाता है, जिन्हें आपने कभी न कभी बड़े पर्दे पर जरूर देखा होगा. रानी एक दिल्ली में पली बढ़ी मॉर्डन लड़की है. वहीं, उसकी शादी एक ऐसे लड़के से हो जाती है, जो बहुत ही सीधा होता है. यह लड़का है रिशू सक्सेना (विक्रांत मैसी). रिशू जब रानी को पहली बार देखता है, उसके दिल में रानी के लिए तभी प्यार की घंटियां बजनी शुरू हो जाती हैं. रिशू की मां को बेटे के लिए एक सीधी-सादी लड़की चाहिए होती है, इसलिए उन्हें रानी पसंद नहीं आती. वह शादी में बहुत अड़चने लाने की कोशिश करती हैं, लेकिन होता वही है जो मंजूरे निर्देशक होता है. यानी रिशू और रानी की शादी हो जाती है.
दोनों के बीच प्यार तो होता है, लेकिन जिस प्यार की उम्मीद रानी, रिशू से करती है, वह उसे दे नहीं पाता. वह काफी शर्मिला किस्म का होता है. रानी हर तरह से रिशू को अपने करीब लाने की कोशिशें करती हैं, लेकिन रिशू की शर्मिली हरकतें उसे परेशान करने लगती हैं. अब इस बीच रिशू और रानी की जिंदगी में एंट्री होती है तीसरे शख्स की यानी नील की. नील (हर्षवर्धन राणे) रिशू का मौसेरा भाई है. नील काफी स्मार्ट और हेल्दी बंदा है, जिसकी बॉडी देखकर कोई भी लड़की उस पर लट्टू हो सकती है. कुछ ऐसा ही हाल रानी का भी होता है. एक तरफ पति रिशू, रानी के छूने से भी भागता है, तो वहीं रानी को अब अपनी शारीरिक जरूरत पूरी करने के लिए नील मिल गया है.
कुछ दिनों तक छिपते-छिपाते नील और रानी का रोमांस चलता है, लेकिन फिर अचानक नील चला जाता है. इससे रानी काफी आहत होती है. एक दिन वह रिशू को अपने और नील के बारे में सब बता देती है. रिशू को इससे काफी धक्का पहुंचता है, लेकिन कुछ समय बाद वह रानी को माफ कर देता है. अब दोनों की जिंदगी फिर से पटरी पर आ ही रही होती है कि दोनों की जिंदगी में एक बार फिर से नील की एंट्री हो जाती है. अब इस दौरान एक दिन रिशू का कटा हुआ हाथ घर में मिलता है. यह हाथ रिशू का है, इसकी पहचान उसके हाथ पर गुदे रानी के नाम से होती है.
अब रिशू की हत्या की सुईं रानी के ऊपर आ टिकती है. जब पुलिस तफ्तीश करती है, तो रानी अपने अफेयर की बात पुलिस को बता देती है. पुलिश को शक है कि अपने प्रेमी नील के साथ मिलकर ही रानी ने रिशू की हत्या की है, लेकिन पुलिस को रानी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलते. अब पुलिस इस हत्या की गुत्थी सुलझा पाती है या नहीं, ये तो आपको फिल्म देखकर ही पता चलेगा. साथ ही आपको यह भी पता चलेगा कि क्या वाकई रानी ने ही रिशू की हत्या की या इसके पीछे कोई गहरी साजिश छुपी है?
कैसी है फिल्म?
फिल्म के हर एक किरदार ने बखूबी अपना अभिनय निभाया है. तापसी और विक्रांस मैसी की केमिस्ट्री देखने लायक है. हर बार की तरह इस बार भी विक्रांत मैसी की एक्टिंग कमाल की रही है. हालांकि, तापसी कुछ जगहों पर बोर करती हैं और उनके कुछ सीन में लॉजिक नजर नहीं आता. कहानी को थोड़ा खींचा गया है. इस फिल्म से दर्शकों को उम्मीद थी कि इसमें षडयंत्र होगा, सेक्स होगा, झूठ होगा और साथ में थ्रिलर भी होगा. हालांकि, फिल्म में बाकी सब तो था, लेकिन थ्रिलर कहीं नजर नहीं आया, जो इस फिल्म को कमजोर बनाता है. ओवरऑल फिल्म की बात की जाए, तो इसे एक बार देखा जा सकता है.
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