मुंबई पुलिस की सोशल सर्विस ब्रांच ने बुधवार की रात छापेमारी के दौरान एक 14 साल की नाबालिग लड़की को मुक्त कराया है. पीड़िता को टेलीविजन और बॉलीवुड में काम दिलाने के नाम पर तीन कास्टिंग निर्देशकों ने वेश्यावृत्ति के लिए उकसाया था. वे लड़की से देह व्यापार करा रहे थे. उन्होंने साढ़े 3 लाख में नाबालिग लड़की का सौदा भी तय कर लिया था. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए कास्टिंग डाइरेक्टर्स की पहचान आशीष पटेल, विनोद अनेरिया और मो. शेख के तौर पर हुई है. इन तीनों की करतूत की जानकारी मिलने पर सोशल सर्विस ब्रांच के डीसीपी राजू भुजबल और उनकी टीम ने एक जाल बिछाया और आरोपियों के साथ मीटिंग तय की.
आरोपी पुलिस के जाल में फंस गए और मीटिंग में आ गए. आरोपी कास्टिंग निर्देशकों ने कहा कि वे चौदह साल की लड़की वेश्यावृत्ति के लिए मुहैया कराएंगे और हर बार के लिए वे 3.5 लाख रुपये चार्ज करेंगे. आरोपी बार-बार यही कहते रहे कि क्योंकि लड़की चौदह साल की है और नाबालिग है, इसलिए हर बार उसके लिए 3.5 लाख रुपये की मांग होगी. इस मीटिंग के बाद अंधेरी के एक होटल में पुलिस टीम ने जाल बिछाया. जहां बुधवार को पीड़ित लड़की के साथ आरोपी कास्टिंग डायरेक्टर को बुलाया गया था. पुलिस अधिकारियों ने अंधेरी रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक रेस्तरां में ग्राहक के रूप में अपना एक आदमी भेजा. जैसे ही तीनों आरोपी कास्टिंग निर्देशक उस नाबालिग लड़की को लेकर वहां पहुंचे, पुलिस टीम ने फौरन तीनों को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता को उनके चंगुल से छुड़ा लिया.
नाबालिग पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का निधन हो चुका है. ऐसे में उसे अपने परिवार की देखभाल करनी थी. इसलिए वह टीवी या फिल्मों में कुछ काम पाने की कोशिश कर रही थी. इसी दौरान वह एक आरोपी कास्टिंग डायरेक्टर से मिली, जिसने एक टीवी सीरियल में एक छोटी सी भूमिका दिलाने में उनकी मदद की थी. लड़की को पैसे की सख्त ज़रूरत थी, लिहाजा किसी तरह तीनों आरोपियों ने उस लड़की को वेश्यावृत्ति के लिए राजी कर लिया. और उसे एक बार के लिए 30000 रुपये देने की बात की, जबकि उन्होंने पुलिस द्वारा भेजे गए ग्राहक से एक बार के लिए 3.5 लाख रुपये की मांग की थी. डीसीपी राजू भुजबल ने बताया कि तीनों आरोपी ही कास्टिंग डायरेक्टर हैं. लेकिन हम काम के लिए संघर्षरत लड़कियों की मदद कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने 6 ऐसे कास्टिंग डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है और आठ लड़कियों को बचाया है. उन सभी को आरोपी इस्तेमाल कर रहे थे.
भुजबल ने कहा कि बहुत सी लड़कियां अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रही थीं. वे टीवी और फिल्मों में काम करना चाहती थीं और ये कास्टिंग निर्देशक उन्हें काम दिलाने के बहाने आसान शिकार बना लेते हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, पीटा की धारा 4 और 5, आईपीसी की धारा 370, 366 (ए) और 34 के तहत मामला दर्ज किया है.