- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- वाह भाई सरदारा..., नई...
किरण चोपड़ा: पंजाबी और सरदार (सिख कौम) कहते हैं बंजर जमीन को भी उपजाऊ बना देते हैं। हर जगह खुशहाली ले आते हैं। भाईचारे और सहयोग का संदेश देते हैं, एक-दूसरे की बाजू पकड़ कर आगे बढ़ाते हैं। एक सरदार लाखों लोगों के बराबर काम कर सकता है। जहां कहीं भी किसी समय कोई भी आपदा आती है तो सरदारों ने पंजाबियों ने सबसे पहले हाथ मदद को आगे बढ़ाया। यही नहीं विदेशों में चले जाओ, कहीं मुश्किल आ जाए और सामने सरदार नजर आ जाए तो समझो आपको मुश्किल में साथ मिल गया या मुश्किल पार कर गए। एक छोटा सा उदाहरण देती हूं मेरे दोनों जुड़वा अर्जुन, आकाश जब 12वीं के बाद लंदन अपने ग्रेजुएशन करने गए तो उनका पहला सप्ताह था। अर्जुन गलत रूट की बस में चढ़ गया जो उसे शहर के आऊटर एरिया में ले गई और वो घबरा गया। उसके फोन की बैट्री भी चली गई तो और भी घबरा गया कि आकाश को कैसे बताएगा मैं कहा हूं। उसे वहां दूर-दूर तक कोई नहीं दिखाई दे रहा था। अचानक उसे एक टैक्सी दिखी जिसमें एक सरदार जी ड्राइवर थे, वो अपना कुछ खा रहे थे तो यह झट से उसके पास गया और अपना हाल बताया। सरदार जी ने झट से कहा, ''काका जी डरो नहीं आ जाओ मेरी टैक्सी बिच, मैं तुआनू यूनिवर्सिटी बिच छड़ देना हां और पैसे दी वी लोड़ नहीं, तुसी पहले पानी पिओ, ते मेरे कोलों कुछ खा लओ।'' अर्जुन में इतना विश्वास आ गया जैसे वो अपने घर के सदस्य को मिल गया हो। उन्होंने उसे यूनिवर्सिटी छोड़ा। पैसे भी नहीं लिए और अपना कार्ड भी दिया कि आगे भी कोई जरूरत हो तो बताना वाह! सरदारा।