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- सचमुच लगेगा न्यूनतम...
जी-7 देशों के बीच वैश्विक न्यूनतम कॉरपोरेट टैक्स के प्रस्ताव पर सहमति बनना एक बड़ी घटना है। लेकिन अगर इससे संबंधित नियमों में खामियां या छिद्र छोड़े गए, तो जो इरादा धनी देशों ने दिखाया है, वह पूरा नहीं हो सकेगा। गौरतलब है कि जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों की लंदन में पिछले हफ्ते हुई बैठक में सहमति बनी कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुनाफे पर कम से कम 15 फीसदी टैक्स लगना चाहिए। हालांकि अभी ये सिर्फ सात देशों में बनी सहमति है। अभी इस पर जी-20 और धनी देशों के संगठन- ऑर्गनाइजेशन फॉर इकॉनमिक को-ऑपरेशन एंड डेवलमेंट (ओईसीडी) में विचार होना बाकी है। व्यवस्था तभी कारगर होगी, अगर सभी देश उस पर राजी होंगे। इस क्रम में उन देशों को इस पर राजी करना आसान नहीं होगा, जिन्हें कम या शून्य टैक्स सिस्टम से लाभ हो रहा है। मसलन, आयरलैंड और लक्जमबर्ग ऐसे देश हैँ। बहरहाल, यह तो व्यावहारिक दिक्कत है। असल सवाल है कि क्या विधायी उपाय इतने पुख्ता होंगे, जिससे व्यवस्था दोषमुक्त ढंग से चले?