सम्पादकीय

क्यों ट्विटर और सोशल मीडिया पर आक्रामक नज़र आ रहा है चीन?

Gulabi
9 Nov 2021 1:28 PM GMT
क्यों ट्विटर और सोशल मीडिया पर आक्रामक नज़र आ रहा है चीन?
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आक्रामक नज़र आ रहा है चीन?

सुमित चौधरी।

भारत और चीन के बीच विवाद जारी है. चीन ने LAC पर अपनी तैयारियों को ख़ासा तेज भी किया हुआ है, तो वहीं भारत भी चीन पर नज़र बनाए हुए है और अपनी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. लेकिन इसी बीच पिछले एक महीने में चीन लगातार एक और रणनीति पर तेज़ी से काम कर रहा है, वो है सोशल मीडिया प्रॉपेगैंडा (Social Media Propaganda) का. दरसल चारों तरफ़ से डिप्लोमैटिक तौर पर घिरते और PLA की क्षमताओं पर खड़े होते सवालों से चीन बेहद परेशान है. इसलिए चीन अब सोशल प्लेटफॉर्म्स पर बेहद आक्रामक नज़र आ रहा है. खास बात यह है कि चीन उन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी आक्रामक है जो चीन में बैन हैं.


हाल ही में चीन के ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लगातार कई विडीयोज और पिक्चर्स पब्लिश हुई हैं जिसमें ख़ास तौर पर ट्विटर का इस्तेमाल सबसे ज़्यादा किया जा रहा है. वो भी तब जब ट्विटर चीन में बैन है. जानकारी के मुताबिक़ चीन ने हाल ही में अपनी मीडिया और PLA की मदद से कई ऐसे पोस्ट किए, जिसमें चीनी सेना ने अपने नए हथियारों के विडीयोज़ और कई फोटोज पोस्ट किए हैं. लेकिन इन सबके पीछे वजह क्या है, वह जानना ज़रूरी है.

चीन ने अरुणाचल प्रदेश में ईस्टर्न लद्दाख जैसा करने की कोशिश की
पीएलए में फ़िलहाल 9 लाख 75 हज़ार एक्टिव ड्यूटी सैनिक हैं, लेकिन बड़ी संख्या ऐसी है जो High Altitude Warfare में सक्षम नही हैं. चीन अभी भी ज़्यादा टेक्नोलॉजी पर निर्भर है. इसके अलवा PLA के सैनिकों के खरब स्वास्थ्य के बारे में बाहर आई जनकारियों ने भी चीन को परेशान कर दिया है.

वहीं ईस्टर्न लद्दाख में चीन ने भारत को दबाने और अपना वर्चस्व दिखाने की कोशिश की. लेकिन दुनिया के सामने चीन को वो उल्टा ही पड़ा. अरुणाचल प्रदेश में चीन ने ईस्टर्न लद्दाख जैसा करने की कोशिश की, लेकिन वहां भी भारत के सैनिकों ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया और चीन की चालबाज़ी वहां भी नहीं चली.

सोशल मीडिया पर आक्रामक रवैया अपना कर भारत को प्रेशर में डालना चाहता है चीन
भारत ने चीन की चालाकियों को रोकने के लिए सर्विलांस पर पूरा नया मैकेनिज्म इंप्लांट कर दिया है, जिससे चीन की घुसपैठ से पहले ही भरतीय सैनिक उन इलाक़ों मे पहुंच जाएं. इसके अलावा साल 2020 में कोरोना काल के दौरान ही चीन ने अरुणाचल प्रदेश के एलएसी इलाक़े में 100 बड़े सिविल गांव को तैयार किया. वो भी तिब्बत ऑटोनॉमस रीजन और अरुणाचल के विवाद वाले इलाक़ों में. हालांकि ज्यादातर गांव आज भी खाली हैं.

चीन ने कई बार प्रॉपेगैंडा के लिए अपने मीडिया का इस्तेमाल किया. लेकिन अब चीन ट्विटर का इस्तेमाल कर रहा है और वो भी आक्रामक तरीक़े से, ताकि वो भारत को प्रेशर में डाल कर अपनी शर्तें मनवा सके.


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