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- हाइवे पर टोल चुकाने से...

नीरज पाण्डेय।
केंद्रीय सड़क परिवहन और हाइवे मंत्री नितिन गडकरी (Minister of Road Transport and Highways of India Nitin Gadkari) का एक बयान पिछले दिनों खूब चर्चा में रहा. एक प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों के लिए नेशनल हाइवे पर टोल फ्री करने की मांग की गई तो उन्होंने साफ कहा 'मैं फोकट क्लास का समर्थक नहीं हूं, अच्छी सड़क चाहिए तो पैसे देने होंगे.' करीब दो साल पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने भी गडकरी को चिट्ठी लिखकर मांग की थी कि पूरे देश में पत्रकारों का टोल टैक्स नहीं लगना चाहिए. यहां केजरीवाल का संदर्भ इसलिए ज़रूरी है क्योंकि वो आधुनिक राजनीति में 'मुफ्त' का संक्रमण फैलाने की रेस में 'नटराज पेंसिल' की तरह बार-बार चैंपियन साबित होते हैं. अब उन्होंने एक चुनावी घोषणा में निजी नौकरियों में 80 प्रतिशत आरक्षण देने का दावा करके अपने प्रतिद्वंद्वियों को सकते में डाल दिया है.
