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- UP में प्रतियोगी...
संयम श्रीवास्तव सरकार और सिस्टम की खामियों का पूरा हर्जाना छात्रों को भरना पड़ता है. वो प्रतियोगी छात्र जो पहले तो साल भर मेहनत करते हैं और बाद में जब ट्रेनों-बसों में धक्के खा कर परीक्षा सेंटर पर पहुंचते हैं तो उन्हें पता चलता है कि उनका पेपर ही लीक हो गया है और उसकी वजह से उनकी परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश में ऐसी कई कहानियां हैं, जब पेपर लीक होने की वजह से परीक्षा को रद्द कर दिया गया, या यूं कह लें कि उत्तर प्रदेश का सिस्टम ही ऐसा हो गया है कोई भी परीक्षा बिना किसी मुसीबत के नियुक्तियों तक पहुंचती ही नहीं है. किसी में पेपर लीक हो जाता है, कहीं सवालों के जवाब गलत होते हैं तो कभी नकल की धांधली होती है. यानि कि पहले पेपर दीजिए उसके बाद रिजल्ट का इंतजार कीजिए और जो रिजल्ट आ जाए तो फिर नियुक्तियों के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाइए.
शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में @uppstf की नोएडा यूनिट ने प्रश्न पत्र छापने वाली कम्पनी के डायरेक्टर राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया है। दिल्ली के बदरपुर स्थित कम्पनी को प्रश्न पत्र छापने का ठेका दिया गया था। जांच में संलिप्तता पाए जाने पर अरेस्ट किया गया। pic.twitter.com/AmeH0HQvHy
— Santosh Kumar Singh (@santoshksing) November 30, 2021