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- प्रियंका गांधी की...
संयम श्रीवास्तव तारीख थी 13 अगस्त 1977, इंदिरा गांधी 35 कारों के काफिले के साथ पटना पहुंची थीं फिर देर रात हाथी की पीठ पर भींगते नदी पार करने का हिम्मत वो भी बिना हौदे के. 11 दलितों का नरसंहार हुआ था. ऐसे में इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) मालूम था कि अगर कांग्रेस पार्टी (Congress Party) को फिर से खड़ा करना है तो उन्हें इस मौके का फायदा उठाना चाहिए. और उन्होंने ऐसा ही किया. इसका फायदा हुआ और 1980 के लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी फिर से सत्ता में वापसी करने में कामयाब हो गईं. आपको लग रहा होगा कि हम आपको आज से 40 साल पुरानी कहानी क्यों बता रहे हैं? दरअसल प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) जिस तरह से लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) कि दुर्घटना के बाद वहां पहुंचना चाह रही हैं उसे सोशल मीडिया पर कुछ लोग इंदिरा गांधी की बेलछी यात्रा की तरह बता रहे हैं.