सम्पादकीय

ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.2 के बारे में हम क्या जानते है ?

Gulabi Jagat
30 March 2022 11:02 AM GMT
ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.2 के बारे में हम क्या जानते है ?
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ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.2 के बारे में
उन्नति गोसाईं।
कोरोना (Corona) के ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) का सबवेरिएंट BA.2 (Omicron Sub variant BA.2) तेज़ी से पूरी दुनिया में फैल रहा है. BA.2 वायरस को "Stealth Omicron" (पकड़ से बच निकलने वाला) भी कहा जा रहा है. इससे जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, इटली, आयरलैंड और ग्रीस में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डाटा से यह जानकारी मिलती है कि BA.2 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इससे मार्च की शुरुआत में अमेरिका में कोविड के मामलों में लगभग 23 प्रतिशत की वृद्धि हो गई. आने वाले महीनों में BA.2 संक्रमण और बढ़ सकता है, लेकिन टीकाकरण (Vaccination) से या फिर पहले हो चुके कोविड संक्रमण से लोगों में इम्यूनिटी बढ़ जाने के कारण लोग गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं. लोगों की इम्यूनिटी बढ़ जाने के कारण यह उम्मीद की जा रही है कि BA.2 से संक्रमण और मौतों की संख्या बहुत कम रहेगी .
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स अस्पताल में पल्मोनोलॉजी के निदेशक और यूनिट हेड डॉ. रवि शेखर झा के अनुसार, "BA.2 वेरिएंट नया नहीं है .भारत देश में जनवरी के मध्य में बड़ी संख्या में BA.2 वेरिएंट देखे गए थे. डॉ झा ने बताया, "ऐसा माना जाता है कि जनवरी के मध्य में हमने कोविड के मामलों में में बढ़ोतरी देखी थी वह केवल BA.2 के कारण था." गंभीरता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि "यह ओमिक्रॉन का एक मामूली सबवेरिएंट है और यह बहुत घातक नहीं है." उन्होंने आगे बताया, "जैसा कि यूरोप में देखा जा सकता है यह वेरिएंट बहुत संक्रामक है, इससे COVID के मामले एक बार और तेजी से बढ़ सकते हैं."
क्या टीके इस प्रकार के वेरिएंट पर काम करते हैं?
यह बात जाहिर है कि दुनिया के कई हिस्सों में इम्यूनिटी की कमी और टीकाकरण की कमी के कारण कोविड के मामले बढ़ते जा रहे हैं. डॉ झा के मुताबिक़, " टीकों को सार्वजनिक किए जाने के बाद से वायरस बहुत बार अपना रूप बदल (Mutate) चुके हैं. अब यह ज़ाहिर सी बात है कि टीके हमें इस नए वेरीएंट से बचने के लिए भी अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे ही."
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुख्य चिकित्सा सलाहकार एंथोनी फौसी का कहना है "पूर्व में हुए कोविड संक्रमण, ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट BA.2, लोगों की इम्यूनिटी में कमी और इनडोर मास्किंग जैसे प्रतिबंधों का हटाया जाना भी यूनाइटेड किंगडम और यूरोप भर में मामलों के बढ़ने के कारण हो सकते हैं. शुरुआती अध्ययनों से पता चला है कि टीके BA.1 और BA.2 दोनों रूपों पर एक समान असर करते हैं. डेनमार्क में एक अध्ययन के परिणामों के अनुसार, टीकाकरण BA.2 संक्रमण को रोकने में समान रूप से प्रभावी है और अभी चल रहे BA.1 वायरस को फैलने से रोकने में और अधिक प्रभावी हो सकता है.
BA.2 के बारे में अभी भी क्या अज्ञात है?
प्रारंभिक तथ्य बताते हैं कि ओमिक्रॉन का BA.2 सबवेरिएंट कम गंभीर है, लेकिन यह ओमिक्रॉन से अधिक तेज़ी से फैल सकता है. WHO का कहना कि- BA.2 का BA.1 से ज़्यादा तेज़ी से फैलने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. डेनमार्क और यूके के प्रारम्भिक आंकड़ों के अनुसार BA.1 और BA.2 में एक ही जैसी एंटीबाडी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलती हैं.
हाल ही में किए गए एक लैब टेस्ट के आधार पर समीक्षकों ने यह बताया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट का BA.2 सबवेरिएंट न केवल बहुत आसानी से फैल सकता है बल्कि गंभीर बीमारियां भी पैदा कर सकता है.
WHO ने इस बात का समर्थन नहीं किया है और कहा है, "इस बारे में हमारे पास अभी कोई प्रमाण नहीं है कि BA.2, ओमिक्रॉन के किसी भी रूप या इसके सबवेरिएंट BA.1 से अधिक गंभीर और घातक है.
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