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बीजेपी आईटी सेल में इतना दम है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi Viral Video) के कुल दो सेकंड के वीडियो शॉट को वह टीवी पर घंटों चलने वाली खबर में बदल सकता है
चंद्रभूषण
बीजेपी आईटी सेल में इतना दम है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi Viral Video) के कुल दो सेकंड के वीडियो शॉट को वह टीवी पर घंटों चलने वाली खबर में बदल सकता है. कांग्रेस (Congress) प्रवक्ताओं को बात-बात पर अपने नेता के बारे में सफाई देने के बजाय कुछ इसी तरह की खबरें बना सकने वाली क्षमता हासिल करनी चाहिए. लगभग शुरुआत से ही बीजेपी आईटी सेल (BJP IT Cell) का काम देख रहे अमित मालवीय ने नाइटक्लबों वाली लाल रोशनी में राहुल गांधी का एक वीडियो ट्वीट किया. कुछ इस आशय की टिप्पणी के साथ कि राहुल गांधी पार्टी कर रहे हैं जबकि उनकी अपनी पार्टी का सत्यानाश हो रहा है.
वीडियो में राहुल गांधी की कोई अभद्र हरकत क्या इस तरह की कोई मुद्रा भी मौजूद नहीं है. वे सहज रूप में बैठे हैं और उनके बगल में कोई महिला जितनी जल्दी-जल्दी एक बोतल से कुछ पी रही है, उस तरह पानी या कोई सॉफ्ट ड्रिंक ही पिया जा सकता है. बैकग्राउंड में बज रहा अंग्रेजी गाना भी ऐसा नहीं है कि उसपर कोई आपत्ति जताई जा सके. इसके बावजूद अमित मालवीय का ट्वीट मिनटों में वायरल हो गया, जैसे कोई बहुत बड़ा भंडाफोड़ हो गया हो!
मालवीय के ट्वीट में नेपाल का जिक्र नहीं
इसके थोड़ी देर बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला द्वारा जारी बयान से पता चला कि राहुल गांधी अपनी एक पत्रकार मित्र की शादी में शामिल होने नेपाल गए हैं और यह वीडियो वहीं का है. लेकिन अगर बीजेपी के स्रोतों के पास यह जानकारी हो कि वीडियो कहीं और का है और कोई ज्यादा गहरा संदर्भ इसके साथ जुड़ा है तो उसको इस बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. राहुल गांधी अभी न तो कांग्रेस पार्टी में कोई पद संभाल रहे हैं, न ही संसद में विपक्ष के नेता जैसी कोई बड़ी आधिकारिक जवाबदेही उनपर है. फिर भी देश के एक असरदार राजनीतिक परिवार के साथ उनका जुड़ाव है और किसी विदेशी नाइटक्लब में कोई ऐसी हरकत उन्होंने की है जिससे उनकी और उनके परिवार के अलावा देश की भी बदनामी होती हो, तो यह पूरा किस्सा दुनिया के सामने आना ही चाहिए.
बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी ने अपने ट्वीट में राहुल गांधी के वीडियो को सिर्फ कांग्रेस की बर्बादी के साथ जोड़ा है. लेकिन हो सकता है, वीडियो के और भी हिस्से उनके पास हों, कुछ और बातें भी उन्हें कहनी हों. जले पर नमक छिड़कने जैसी परपीड़क छेड़छाड़ अब भारतीय राजनीति के लिए बहुत आम बात हो गई है. यह किस्सा अगर इतने तक ही सीमित है तो कोई बात नहीं. यह भी अच्छी बात है कि अमित मालवीय के ट्वीट में नेपाल या किसी अन्य देश का कोई जिक्र नहीं है. ट्वीट से उत्साहित एक अंग्रेजी मीडिया संस्थान ने आगे बढ़कर राहुल गांधी एक बार में पार्टी कर रहे हैं जैसी हेडिंग मार दी, लेकिन ट्वीट में ऐसा कुछ नहीं कहा गया था.
चीन पर बोलना जब प्रमोद महाजन को भारी पड़ गया था
एतराज करने लायक इसमें सिर्फ एक बात है कि वीडियो में कुछ ऐसे चेहरे भी हैं, जिनका बीजेपी और कांग्रेस की सिर फुटौअल से तो क्या, भारत की समूची राजनीति से ही कुछ लेना-देना नहीं है. अमित मालवीय अपना काम हमेशा बड़े प्रोफेशनल तरीके से करते हैं, लेकिन एक समय बीजेपी में काफी शक्तिशाली स्थिति में रहे प्रमोद महाजन का उदाहरण ध्यान में रखते हुए उन्हें अब इस बात को लेकर अतिरिक्त रूप से सजग हो जाना चाहिए कि वे भारत के सत्तारूढ़ दल में एक बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. चीन को लेकर बोला गया उलटा चोर कोतवाल को डांटे जैसा अहानिकर मुहावरा प्रमोद महाजन पर बहुत भारी पड़ गया था. उनका पॉलिटिकल करियर चढ़ान पर था, तभी चीन के सख्त एतराज जताने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से हटा दिया था.
नेपाल जैसे संवेदनशील पड़ोसी देश का जिक्र अमित मालवीय ने भले ही अपने ट्वीट में न किया हो, लेकिन वहां के नागरिकों को, खासकर एक शक्तिशाली नेपाली परिवार के लोगों को अपनी घरेलू राजनीति के छक्के-पंजे में लपेट लेने में भला कहां की समझदारी है? इससे दोनों देशों के रिश्तों में एक नई किरच ही पैदा होगी, सौहार्द तो बिल्कुल नहीं बढ़ेगा. फिलहाल हम इस वीडियो को नेपाल में 2 मई 2022, दिन मंगलवार को हुई एक हाई प्रोफाइल शादी से जुड़े किसी आयोजन का ही एक हिस्सा मानें तो इसी दिन प्रकाशित वहां के प्रमुख अखबार द काठमांडू पोस्ट ने इस खबर को कुछ इस तरह लिखा है.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को काठमांडू पहुंचे. गांधी विस्तारा एयरलाइंस की उड़ान से 4.40 बजे यहां उतरे. दो सुरक्षा स्रोतों ने इस बात की पुष्टि की कि काठमांडू हवाई अड्डे पर तीन और लोग भी उनके साथ थे. गांधी और उनके मित्र नक्शाल स्थित काठमांडू मैरिअट होटल में ठहरे हुए हैं. वे यहां अपनी नेपाली दोस्त सुम्निमा उदास के विवाह में शामिल होने आए हैं. सुम्निमा के पिता और म्यांमार में नेपाल के राजदूत रहे भीम उदास ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के विवाह समारोह में हिस्सा लेने के लिए गांधी को निमंत्रण भेजा था. सुम्निमा सीएनएन की पूर्व संवाददाता हैं और उनका विवाह नीमा मार्टिन शेरपा से हो रहा है.
निर्भया केस में सुम्निमा उदास ने की थी जबरदस्त रिपोर्टिंग
सुम्निमा उदास दिल्ली के पत्रकारों के बीच एक सुपरिचित नाम हैं. भारत के बंधुआ मजदूरों पर उनके काम को काफी सराहा गया. निर्भया केस और उसके बाद भारत सरकार की भूमिका को लेकर किए गए उनके कवरेज को भी कुछ मायनों में मानक माना जाता रहा है. और यहां यह जोड़ना जरूरी है कि इसके विरोध में उठा जन आंदोलन देश-दुनिया में जिस एक राजनीतिक दल के लिए सबसे ज्यादा घातक सिद्ध हुआ, वह कांग्रेस ही थी. यानी एक बात तय है कि सुम्निमा की दोस्ती राहुल गांधी से चाहे जितनी भी गहरी क्यों न रही हो, पर अपने काम के दौरान राहुल या उनकी पार्टी को कोई ग्रेस मार्क देने का रास्ता उन्होंने नहीं अपनाया. जाहिर है, एतराज की गुंजाइश यहां तो नहीं है.
क्या राहुल के बगल में चीनी राजदूत हैं
बीजेपी की ओर से अगला बड़ा एतराज यह जताया गया कि वीडियो में जो महिला राहुल गांधी के साथ बैठी दिख रही हैं वह नेपाल में चीन की राजदूत होऊ यांछी हैं. वीडियो से तो चेहरे को ठीक से पहचानना ही मुश्किल है, मिलान करना तो खैर बहुत दूर की बात है. इसमें कोई शक नहीं कि 2018 से नेपाल में चीन का प्रतिनिधित्व कर रही होऊ यांछी कुछ-कुछ बातों को लेकर लगातार चर्चा में रही हैं. नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के दोनों बड़े धड़ों- माओवादी और एमाले- को एकजुट रखने में उन्होंने रूटीन से हटकर कई कदम उठाए. इसके बावजूद दो-तीन साल एकजुट रही यह पार्टी पिछले साल टूट गई. अभी माओवादी धड़ा और एमाले का एक हिस्सा नेपाली कांग्रेस के साथ मिलकर नेपाल की हुकूमत चला रहा है. हाल में बिजली से जुड़े कुछ इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर 50 करोड़ डॉलर के अमेरिकी ऋण पर विवाद खड़ा हुआ तो एक बार फिर चर्चा उठी कि इसके पीछे होऊ यांछी का हाथ है.
चीन के साथ राहुल गांधी का नाम पहले भी जुड़ा है
वही होई यांछी राहुल गांधी से मिलने के लिए उनके एक विवाह समारोह में काठमांडू पहुंचने का इंतजार कर रही थीं, यह क्या एक ऐसे राजनेता को कुछ ज्यादा ही वजन देना नहीं समझा जाएगा, जिसको बीजेपी न जाने कब से चुका हुआ बता रही है और पप्पू के सिवा जिसका और कोई संबोधन ही उधर से सुनने में नहीं आता! वैसे, चीन के साथ राहुल गांधी का नाम अभी कोई पहली बार नहीं जुड़ा है. गलवान घाटी की हिंसक घटना के बाद बीजेपी की ओर से एक बार पहले भी गदर मचा था कि राहुल गांधी ने चीनी राजदूत से मुलाकात कर ली, जबकि पूरा देश चीन के खिलाफ गोलबंद हुआ पड़ा है. कुल मिलाकर अभी का दृश्य बहुत ही हास्यास्पद है. भारत का सत्तारूढ़ दल पूरी गंभीरता से यह साबित करने में जुटा है कि राजनीति में अप्रासंगिक हो चुका एक विपक्षी नेता अपनी पार्टी की चिंता छोड़कर न सिर्फ किसी नाइटक्लब में पार्टी कर रहा है, बल्कि नेपाल स्थित चीनी राजदूत से वहीं बातचीत भी कर ले रहा है!
Rani Sahu
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