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आदित्य नारायण चोपड़ा| मध्य प्रदेश के मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान की मानें तो केन्द्र सरकार की वैक्सीन नीति पहले बिल्कुल ठीक थी परन्तु राज्यों के दबाव की वजह से उसमें परिवर्तन करना पड़ा। परन्तु अब यदि सभी राज्य इकट्ठा होकर नई वैक्सीन नीति में बदलाव करने की मांग करते हैं तो केन्द्र को इसके लिए राजी होना पड़ सकता है। श्री शिवराज सिंह भाजपा के मुख्यमन्त्री हैं और एक्सप्रेस अड्डा कार्यक्रम में ये विचार व्यक्त करके उन्होंने साफ कर दिया है कि लोक कल्याण से अभिप्रेरित हो। केन्द्र की नई वैक्सीन नीति पर कल देश के सर्वोच्च न्यायालय में भी बहस हुई औऱ उसमें केन्द्र सरकार के महान्यायवादी श्री तुषार मेहता ने कहा कि कोई भी नीति पत्थर की लकीर नहीं होती है । सरकार जमीनी हकीकत से कभी नावाकिफ नहीं हो सकती क्योंकि इसमें बदलाव होता रहता है तो नीतियां भी उसी के अनुरूप बदली जा सकती हैं। इससे स्पष्ट हो जाता है कि लोगों को वैक्सीन लगाने के बारे में सरकार की सोच क्या है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि जमीनी हालत क्या है जिसके बारे में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्तियों ने सरकार का ध्यान खींचा है।