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- भारत विरोध पर आमादा...
श्रीराम चौलिया : बीते दिनों अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने नौकरी का एक अनोखा विज्ञापन दिया। उसने भारत समेत दक्षिण एशिया क्षेत्र में बिजनेस संवाददाता की नियुक्ति के लिए उसके गुण और हुनर पर जोर नहीं दिया, बल्कि भारतीय राजनीति और समाज पर एक लंबा भाषण देते हुए स्पष्ट किया कि वह ऐसे पत्रकार को ढूंढ रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत को लेकर आलोचनात्मक दृष्टिकोण अपनाए। विज्ञापन के विवादास्पद वाक्य ये हैं, 'मोदी का राष्ट्रवाद भारत के हिंदू बहुसंख्यकों पर केंद्रित है। यह देश के स्वाधीनता सेनानियों की सहिष्णुता और बहुसांस्कृतिक परंपरा के विपरीत है। मोदी सरकार मीडिया और ऑनलाइन टिप्पणियों पर पाबंदियां लगा रही है। इसके कारण भारत में वाक् स्वतंत्रता पर कठिन प्रश्न उठ खड़े हुए हैं।' दरअसल इस विज्ञापन का मूल संदेश यह है कि पश्चिमी मीडिया में भारत के प्रति पूर्वनिर्धारित धारणाएं हैं और भिन्न विचार वाले आवेदन करने का कष्ट न करें।