सम्पादकीय

West Bengal Election 2021 : सियासी घमासान में 'खेला होबे' का शोर, TMC के वार पर BJP का पलट वार

Gulabi
21 March 2021 12:01 PM GMT
West Bengal Election 2021 : सियासी घमासान में खेला होबे का शोर, TMC के वार पर BJP का पलट वार
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सियासी घमासान

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव ( West Bengal Assembly Election) के सियासी घमासान में 'खेला होबे' (Khela Hobe) के नारे पर घमासान मचा हुआ है. टीएमसी के लोकप्रिय हुए चुनावी जुमले 'खेला होबे' (खेल होगा ) के वार पर बीजेपी पलट वार कर रही है. दोनों दलों के दिग्गज पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से लेकर सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) तक इसके बोलों का जिक्र कर रहे हैं और राज्य में अपनी रैलियों में इन शब्दों के इर्द गिर्द नारे बना रहे हैं और एक-दूसरे पर हमला बोल रहे हैं.


'खेला होबे' के नारों के साथ पश्चिम बंगाल की दीवारें पट गई हैं. जगह- जगह टीएमसी के उम्मीदवार 'खेला होबे' के नारे के साथ अपनी उम्मीदवारी पेश कर रहे हैं और इस चुनाव में फिर से ममता बनर्जी की सरकार बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं. दूसरी ओर, बीजेपी ने 'खेला होबे' पर रविवार को नया पोस्टर जारी किया है.



ममता भी करती हैं खूब उपयोग

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रैलियों में मतदाताओं से सवाल करती हैं कि क्या वे खेला होबे के लिए तैयार हैं? जवाब में लोग तालियां बजाते हैं. ऐसी ही एक जनसभा में बनर्जी ने कहा, ''खेला होबे. अमी गोलकीपर. देखी के जेते (खेल होगा. मैं गोलकीपर हूं. देखते हैं कि कौन जीतता है.'' दूसरी सभाओं में कहती हैं "खेला होबे.. 27 मार्चे खेला होबे.." ( खेल होगा, 27 मार्च से खेल शुरू होगा).

पीएम मोदी कर रहे हैं पलट वार, "खेला खतम, विकास शुरू"

बीजेपी नेताओं ने भी इस जुमले को अपने अंदाज में अपनाया है. कुछ दिन पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में बनर्जी और उनकी पार्टी पर चुटकी लेते हुए 'खेला होबे' का जिक्र किया. पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ''खेला खतम, विकास शुरू.''

टीएमसी के नेता देबांग्शु ने लिखा है 'खेला होबे' का गीत

टीएमसी नेता देबांग्शु भट्टाचार्य ने जनवरी में मूल रूप से यह गीत लिखा था और यूट्यूब पर अपलोड किया था. देबांग्शु भट्टाचार्य के गीत के ये हैं बोल-"बैरे ठेके बरगी ऐशे. नियम कोरे प्रति माशे. आमियो आची, तुमियो रोबे. बंधु एबर खेला होबे."(इसका अर्थ है- हर महीने बाहर से लुटेरे राज्य में आ रहे हैं, लेकिन हम उनका सामना करने को तैयार हैं. खेल चालू है) तब से इस गीत में अनेक बदलाव देखे गये हैं. सबसे पहले पार्टी के बीरभूम के नेता अणुब्रत मंडल ने एक रैली में इसे नए बोल देते हुए 'भयंकर खेला होबे' लिखा. देबांग्शु भट्टाचार्य ने कहा कि गीत 'खेला होबे' लोगों से तुरंत तारतम्य स्थापित करने में कामयाब रहा है. पूर्व मंत्री और इसी क्षेत्र से सत्तारूढ़ खेमे के उम्मीदवार मदन मित्रा ने भी 'खेला होबे' पर गीत रिकार्ड किया है. अब चुनावी घमासान में लोगों की जुबान पर 'खेला होबे' चढ़ गया है और जमकर चर्चे हो रहे हैं.


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