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- मौसम की मार

हर साल मई-जून के महीने में नैनीताल से ऐसी खबरें और तस्वीरें आती हैं कि वहां की प्रसिद्ध झील का पानी सूख रहा है और उसका जलस्तर काफी नीचे पहंुच गया है। पिछले साल भी यही हुआ था। लेकिन इसके बाद अक्तूबर में वहां जब जमकर बारिश हुई, तो बढ़े जलस्तर के कारण ऐसी बाढ़ आई कि पिछले तमाम रिकॉर्ड टूट गए। याद करें, तो कुछ साल पहले ऐसी ही एक अतिवृष्टि दक्षिण भारत के मुन्नार में हुई थी, जिससे भारी तबाही मची थी। यह दुनिया भर में हो रहा है। कुछ महीने पहले ऐसी ही एक मौसमी परिघटना ब्राजील में कुछ ज्यादा ही बड़े पैमाने पर हुई थी और वहां 175 लोगों की जान चली गई थी। पिछले कुछ साल से जब कहीं अतिवृष्टि होती है या सूखा पड़ता है, तो बहुत आसानी से कह दिया जाता है कि यह सब ग्लोबल वार्मिंग का नतीजा है। लेकिन इसमें ग्लोबल वार्मिंग का कैसा योगदान है, यह बहुत साफ नहीं था, मगर अब ऑस्ट्रेलिया के कुछ शोधार्थियों ने इसके रहस्य की पूरी थाह पा ली है।
क्रेडिट बाय हिन्दुस्तान
