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- मतदाता पार्टी…
लगातार कई चुनाव देख चुके मतदाताओं के लिए अब अपने औचित्य का सवाल पैदा हो गया है। वे इतना समझ चुके हैं कि लोकतंत्र उन्हें शक्ति के साथ सामर्थ्य भी दे सकता है। हर चुनाव में कभी ऊपर वाला मोहल्ला ताकतवर हो जाता है, तो कभी नीचे वाला यानी अब केवल चुनाव ही बताता है कि किसकी क्या औकात है। अपना मुन्ने लाल का जबसे वोट बना है, उसका उठना-बैठना बदल गया है। पिछले पंचायत, विधानसभा व संसदीय चुनावों में उसे मालूम हो गया कि देश में केवल चुनाव ही आर्थिक क्रांति लाते हैं। अब हर चुनाव में वह अपना चूल्हा सही कर लेता है। उसकी तरह के लोगों की जात-बिरादरी में मूंछ ऊंची हो गई है। चुनाव आने से पूर्व ही मुन्ने लाल को पता चल जाता है, इस बार उसके वोट की कीमत कहां पहुंच गई है। दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जबसे पंजाब की हर महिला को एक हजार रुपए देने का ऐलान किया है, मुन्ने लाल की आशाएं बढ़ गई हैं।