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- खेल विभाग प्रशिक्षक का...

मनुष्य ने विज्ञान में बहुत प्रगति कर प्रौद्योगिकी व चिकित्सा के क्षेत्र में नए-नए सफल शोध कर आज जीवनशैली को काफी आसान व सुविधाजनक बना लिया है, मगर शिक्षण व प्रशिक्षण में शिक्षक व प्रशिक्षक की भूमिका का महत्त्व आज भी वही है, जैसा हजारों साल पहले था। गुरु परशुराम व द्रोणाचार्य जैसे आचार्य न होते तो क्या अर्जुन, भीम, भीष्म, कर्ण व अन्य अजेय महारथियों को विश्व देख पाता। आज भी विश्व स्तर पर किसी खेल विशेष में सर्वश्रेष्ठ सिद्ध करने के लिए ज्ञानवान प्रशिक्षक का होना बेहद जरूरी है। खेलों में सुधार के लिए इस कॉलम के माध्यम से ऐसे विषयों पर बार-बार लिखा जाता रहा है। हमारे यहां खेल प्रशिक्षण के लिए वह वातावरण ही नहीं बन पाया है, जिसमें प्रशिक्षक खिलाड़ी से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट परिणाम दिला सके। खेल प्रशिक्षण दशक से भी अधिक समय तक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। इतनी समय अवधि खेल प्रशिक्षण को देकर ही खिलाड़ी अपने प्रदेश व देश को गौरव दिला पाता है।