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- आने वाला कल

पंद्रह साल पहले की बात है। अमेरिका के प्रसिद्ध अखबार न्यूयार्क टाइम्स ने एक अनूठा प्रयोग किया। 12 जनवरी 2007 का दिन हर दिन की तरह एक आम दिन था। दिन शुरू हुआ तो रोज़ की तरह की तरह लोग अपने-अपने कामों के लिए निकल पड़े। इसी बीच भीड़भाड़ वाले एक मेट्रो स्टेशन पर एक आदमी ने स्टेशन के प्लेटफार्म पर आकर वायलिन बजानी शुरू कर दी। मीठी धुनों की स्वर लहरियां फिज़ां में फैलने लगीं। पश्चिमी देशों की परंपरा के अनुसार वायलिन बजाने वाले उस व्यक्ति ने अपना हैट उल्टा करके सामने रख दिया, जिसका मतलब है कि आने-जाने वाले लोग उस कलाकार के फन की प्रशंसा में उसमें कुछ पैसे रखते चलें। ऐसे कलाकार किसी से खुद कुछ नहीं मागते। दर्शक लोग अपनी मजऱ्ी से कुछ देना चाहें तो देते हैंस कलाकार की कला का आनंद लेते हैं और आगे बढ़ जाते हैं। चूंकि सवेरे का समय था और लोगों को अपने-अपने कामों पर पहुंचने की जल्दी थी, इसलिए प्लेटफार्म पर आने-जाने वाले लोगों ने उस कलाकार की ओर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। एक छोटा बच्चा जो अपनी मां के साथ उधर से गुजऱ रहा था, धुन की मिठास के कारण ठिठका, लेकिन उसकी मां ने उसे 'जल्दी चलो, देर हो रही है कहते हुए आगे खींच लिया।
