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- अफगानिस्तान के लिए
क्रेडिट बाय हिन्दुस्तान । अफगानिस्तान में तालिबान का लगातार मजबूत होते जाना दुख और चिंता की बात है। तालिबान ने अफगानिस्तान के 160 से अधिक जिलों और 10 से अधिक प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा जमा लिया है। सबसे गंभीर बात यह है, तालिबान ने अफगानिस्तान के दूसरे बड़े शहर कंधार पर कब्जा कर लिया और काबुल से महज 90 किलोमीटर दूर रह गया है। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी के अनुसार, तालिबान 90 दिनों के भीतर काबुल पर कब्जा कर सकता है। काबुल के लिए संघर्ष तेज होगा, लेकिन अगर काबुल को नहीं बचाया गया, तो फिर चीन, पाकिस्तान इत्यादि देशों को अगर छोड़ दें, तो बाकी दुनिया के लिए अफगानिस्तान में सांस लेना दूभर हो जाएगा। भारतीयों और दूसरे देशों के नागरिकों का अफगानिस्तान से निकलना तेज हो रहा है। डच सरकार ने शुक्रवार को कह दिया है कि उसे काबुल में अपना दूतावास बंद करना पड़ सकता है। बेशक, जो देश तालिबान की आलोचना करेंगे, उन्हें अफगानिस्तान छोड़ने के लिए मजबूर होना पडे़गा। दुनिया के ज्यादातर देशों ने विगत बीस वर्षों में इस देश में काफी संसाधन लगाए हैं, ताकि वहां विकास हो सके, लेकिन लगता है, वहां का वैध शासन खुद को मजबूत करने में नाकाम रहा और नतीजा सामने है।