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- कानून के सिद्धांतों को...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पूरे जोरों पर है। इधर सरकार की ओर से किसानों के साथ तीसरे दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है व आज फिर बातचीत होनी है। किसानों का ऐलान स्पष्ट है कि कानून रद्द होने तक वे धरनों से नहीं हटेंगे। अब गेंद केन्द्र सरकार के पाले में है। देश की निगाहें सरकार की तरफ है कि सरकार कानून रद्द करने की मांग मानती है या नहीं। दरअसल अब कानून के सिद्धांतों को समझने व सिद्धांतों की रोशनी में ठोस निर्णय लेने का समय है। कानून शास्त्र में यह सिद्धांत सर्व व्यापक व सर्व प्रमाणित है कि कानून वही है, जिसे लागू किया जा सकता है, जो कानून लागू नहीं किया जा सकता उसके लिए नागरिकों पर जोर जबरदस्ती करना सही है या नहीं, यह सरकार को देखना होगा। लोकतांत्रिक राजनीतिक प्रणाली के दो बड़े आधार लोक सहमति व लोकहित है।