सम्पादकीय

युद्ध का तमाशा

Subhi
18 Jun 2022 5:33 AM GMT
युद्ध का तमाशा
x
रूस द्वारा यूक्रेन में लैंड माईन बिछा कर एक खतरनाक योजना तैयार की जा रही है। इससे यूक्रेन में रिपोर्टिंग करने वालों की भी जान को खतरा है। सुझाव यह है कि यूक्रेन-रूस के युद्ध में भारतीय पत्रकारों, कैमरामेन आदि लगातार अपनी सेवा रिपोर्टिंग के जरिए दे रहे है।

Written by जनसत्ता: रूस द्वारा यूक्रेन में लैंड माईन बिछा कर एक खतरनाक योजना तैयार की जा रही है। इससे यूक्रेन में रिपोर्टिंग करने वालों की भी जान को खतरा है। सुझाव यह है कि यूक्रेन-रूस के युद्ध में भारतीय पत्रकारों, कैमरामेन आदि लगातार अपनी सेवा रिपोर्टिंग के जरिए दे रहे है। वहां के हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं। कभी भी ये देश आपस में परमाणु बम का उपयोग कर सकते हैं। युद्ध विनाश का प्रतीक होता है। यूक्रेन पर रूस ने तीन दिशाओं से हमला कर विमानों, हवाई सुरक्षा व्यवस्था, भवनों को ध्वस्त किया। यूक्रेन भी रूस के विमानों, सेनिकों, टैंकों को ध्वस्त करने का दावा कर रहा। युद्ध की स्थिति में यूक्रेन का कोई देश समर्थन नहीं कर रहा है। युद्ध से शेयर बाजार सेंसेक्स, कच्चे तेल के दाम आदि भी बेहाल हुए, जिसका असर बढ़ते दाम के रूप में अन्य देशों को भुगतना पड़ेगा।

यूक्रेन मदद की गुहार लगा रहा है। युद्घ की विभीषिका बहुत ही खतरनाक होती है। युद्ध के दृश्य टीवी चैनलों पर दिखाए जा रहे हैं। कर्फ्यू होने से वहां रह रहे लोगों को पता ही नहीं चल रहा कि बाहर क्या हो रहा है, उन्हें सिर्फ धमाके सुनने में आते हैं। टीवी पर समाचारों के जरिए हम युद्ध के हालात देख कर विचलित और चिंतित हो रहे हैं। युद्ध को रोका जाना ही उचित होगा। युद्ध से पीड़ित देश विकास में पिछड़ जाएंगे, आर्थिक रूप से। अंतराष्ट्रीय देशों की संधि बेलगाम होती दिखाई दे रही है। पहल युद्ध रोकने की किसी ने नहीं की। सब युद्ध का तमाशा देख रहे है।


Next Story