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- चिंताजनक होते पंजाब के...
पंजाब में जो हालात आज हम देख रहे हैं और जो हालिया घटनाएं हुई हैं, उनकी पृष्ठभूमि कई वर्षों से तैयार हो रही थी. इस तरह की घटनाएं पहले भी होती रही हैं, लेकिन उन्हें काबू में लाने के लिए कोशिशें नहीं की गयीं. एक बार फिर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार चल रहा है, खालिस्तान की मांग फिर उठायी जा रही है, इससे संबंधित विचारधारा (चाहे वह कट्टर हो या नरम हो) का प्रचार-प्रसार हो रहा है. इसका प्रतिकार कैसे हो, इसे कैसे रोका जाए, इस पर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया गया है. कई साल पहले से स्थिति बिगड़नी शुरू हुई थी, जब भिंडरावाले के पोस्टर गुरुद्वारों में लगाये जाने लगे थे. दूसरी बात यह है कि विदेशों में खालिस्तान के आंदोलन को फिर से हवा दी जा रही थी.
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SORCE: prabhatkhabar