- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- श्रीलंका की बदतर...

x
चिंता न करें, इस देश की समस्याओं को हल करने का एक नया तरीका तलाश लिया गया है
साल 1948 के बाद श्रीलंका का यह सबसे बड़ा आर्थिक संकट है। लोगों को रोजमर्रा की वस्तुएं नही मिल रही हैं। यदि मिलती भी हैं तो दाम इतने ऊंचे हैं कि आम लोगों की खरीदने की क्षमता से बाहर हैं। यह सब सरकार के नकारा व अकुशल प्रबंधन के कारण हुआ। अब तो सरकार का विदेशी मुद्रा भंडार भी बहुत कम रह गया है। सरकार के पास जरूरी चीजों को आयात करने के लिए भी विदेशी मुद्रा भंडार नहीं बचा है। यह सब एकदम नहीं हुआ। कई सालों से ही देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ना शुरू हो गई थी, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने इसको नियंत्रित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। इस हालत के लिए सरकार का जरूरत से ज्यादा चीन पर निर्भर होना भी एक मुख्य कारण है। इस देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम तैयार करनी होगी।
-नरेंद्र कुमार शर्मा, भुजड़ू, मंडी

Rani Sahu
Next Story