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- आम बजट देश को कोविड-19...
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड-19 की वजह से अप्रत्याशित रूप से बढ़ी हुई आर्थिक चुनौतियों के बीच जो बजट पेश किया उसे इसलिए अभूतपूर्व कहा जाएगा, क्योंकि इसमें कई ऐसे प्रविधान हैं, जो पहले कभी नहीं किए गए। बजट में कोरोना महामारी से देश को बचाने के लिए बड़े वित्तीय प्रविधान के साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसरों में बड़ी वृद्धि के प्रयास किए गए हैं। वहीं वोकल फॉर लोकल के तहत घरेलू उद्योगों को प्रोत्साहन दिया गया है, साथ ही मेक इन इंडिया और निर्यात वृद्धि के लिए नई रेखाएं खींची गई हैं। इनके लिए संसाधनों की प्राप्ति हेतु वित्त मंत्री ने राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 6.8 फीसद तक विस्तारित करने, कर संग्रह में वृद्धि करने के साथ विनिवेश के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये के बड़े लक्ष्य को सामने रखा है। इससे जहां आर्थिक सुस्ती का मुकाबला किया जा सकेगा, वहीं विभिन्न वर्गों-आम आदमी, किसानों, महिलाओं, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और उद्योग एवं र्सिवस सेक्टर की मुश्किलों को कम किया जा सकेगा।