- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- 'सबसे तेज, सबसे मजबूत'...

मनुष्य की शारीरिक क्षमता और कौशल की परीक्षा का सर्वोच्च मुकाबला ओलंपिक में होता है। तभी हर ओलंपिक में यह उम्मीद की जाती है कि इस बार प्रतिस्पर्धा में हिस्सा ले रहे प्रतिभागी पहले से बेहतर प्रदर्शन करेंगे। सवाल है कि अभी टोक्यो में 23 जुलाई से आठ अगस्त तक हुए ओलंपिक आयोजन में कितनी बार यह सुनने को मिला कि अमुक खेल में विश्व रिकार्ड टूटा या अमुक खेल में ओलंपिक का बरसों या दशकों पुराना रिकार्ड टूटा? एकाध मुकाबलों को छोड़ दें तो किसी मुकाबले में रिकार्ड टूटने की खबर नहीं है। उलटे विश्व रिकार्ड से बहुत कमतर प्रदर्शन करके खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीते हैं। भारत के नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में 87.58 मीटर तक भाला फेंक कर गोल्ड जीता है। यह भाला फेंकने के विश्व रिकार्ड से 11 मीटर कम है। उन्होंने कहा है कि उनका अगला लक्ष्य 90 मीटर तक भाला फेंकना है, जबकि भाला फेंक का विश्व रिकार्ड 98.48 मीटर का है। चेक गणराज्य के जैन जिलेंजी ने 1996 में यह रिकार्ड बनाया था। पिछले 25 साल से कोई खिलाड़ी इस रिकार्ड को नहीं तोड़ पाया है। उलटे अब उससे 11 मीटर कम भाला फेंक कर गोल्ड जीता जा रहा है!
