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- कानून-न्याय व्यवस्था...
पुलिस का नाम सुनते ही लोगों को एक अजीब सी घबराहट होने लग जाती है। लोग कहते हैं पुलिस की न तो दोस्ती अच्छी न ही दुश्मनी। पुलिस का नाम हर व्यक्ति व हर संस्था तो फिर चाहे राजनीतिज्ञ हों तो चाहे न्यायालय, अधिकतर नकारात्मक रूप में ही लिया जाता है। पुलिस को घूसखोर, दबंगई, हैवानियत से भरपूर, अभद्र व क्रूर व्यवहार करने वाला ही समझा जाता है। वास्तव में वक्त ने पुलिस की तस्वीर ही बदल दी है तथा हर व्यक्ति पुलिस को बुराई का पर्याय ही मानता है। मगर शायद लोगों ने पुलिस को पूर्ण रूप से नहीं जाना है तथा केवल सिक्के की एक ही साइड का रूप देखा है। पुलिस तो 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात रह कर लोगों की हर क्षण सेवा व सुरक्षा में लगी रहती है। चाहे फिर दीवाली हो या होली या फिर कोई राष्ट्रीय उत्सव हो, लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं के कन्धों पर बनी रहती है। शहर या गांव में कोई भी अप्रिय घटना घट जाए, लोग बाहर नहीं निकलते, बल्कि तमाशबीन बने रहते हैं।
सोर्स- divyahimachal