सम्पादकीय

कर्ज में डूबी सोने की लंका…

Rani Sahu
1 Aug 2022 6:57 PM GMT
कर्ज में डूबी सोने की लंका…
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आज श्रीलंका देश जिस बदहाली से गुजर रहा है, यह किसी से छिपा नहीं

आज श्रीलंका देश जिस बदहाली से गुजर रहा है, यह किसी से छिपा नहीं। आर्थिक संकट इतना गहरा गया कि जनता कराह उठी है, सडक़ों पर आ गई है। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को महल छोड़ कर भागना पड़ा और प्रधानमंत्री के घर को भी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। आकाश चूमती महंगाई व बेरोजगारी ने जनता को आंदोलित कर दिया। श्रीलंका का विदेशी मौद्रिक भंडार खाली है। चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची है। चीन की विस्तारवादी नीति का यह पहला झटका है, जो श्रीलंका झेल रहा है। उधार लेकर घी पाने वाले देशों का यही हश्र होता है। देश को व्यय भी आय के अनुसार करना चाहिए। अब श्रीलंका के बाद पाकिस्तान का भी यह हाल होना है। इसे दुनिया शीघ्र ही देखेगी। श्रीलंका को पटरी पर आने में लंबा वक्त लगेगा।


-किशन सिंह गतवाल, सतौन, सिरमौर

By: divyahimachal

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