सम्पादकीय

भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ने लगा विदेशी निवेशकों का भरोसा

Rani Sahu
24 Aug 2022 9:43 AM GMT
भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ने लगा विदेशी निवेशकों का भरोसा
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केंद्र सरकार की रिपोर्ट बतलाती है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ने लगा है
बिच्छू राउंडअप
केंद्र सरकार की रिपोर्ट बतलाती है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ने लगा है। हालांकि वैश्विक उथल पुथल का दौर अभी थमा नहीं है। चीन की अर्थव्यवस्था भी जद्दोजहद कर रही है। अन्य पड़ोसी मुल्कों में भी हालात अच्छे नहीं हैं। इसका प्रभाव वैश्विक रूप से पड़ने की आशंकाएं हैं। यही नहीं विकसित देश भी अपनी अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए सख्त फैसले ले सकते हैं। इससे जोखिम भी बना हुआ है। वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों का भरोसा फिर से बढ़ने लगा है और अगस्त महीने की 12 तारीख तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की तरफ से 2.9 अरब डालर का निवेश किया जा चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 13.6 अरब डालर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश रहा जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 11.6 अरब डालर का विदेशी निवेश किया गया था।
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया को फोन पर मिली जान से मारने की धमकी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को जान से मारने की धमकी देने वाले काल की गहन जांच का आदेश दिया। बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार ने सिद्धारमैया को जान से मारने की धमकी के मुद्दे को गंभीरता से लिया है और उनसे इस संबंध में गहन जांच का वादा किया है। बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। मैंने पुलिस महानिदेशक को भी फोन किया था और उनसे बात की थी। पुलिस मामले की जांच करेगी। मैंने विपक्ष के नेता को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है। किसी को भी ऐसा बयान नहीं देना चाहिए, जो दूसरों के दिमाग को भड़काए।' वीर सावरकर पर अपनी टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दावा किया कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है।
दलाई लामा को भारत रत्न देने की सिफारिश करेगा सर्वदलीय समूह
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को भारत रत्न देने की सिफारिश हो सकती है। इस बारे में तिब्बत पर सर्वदलीय समूह ने केंद्र सरकार से आग्रह करने का फैसला किया है। साथ ही दलाई लामा द्वारा संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने की भी मांग होने वाली है। वहीं संसदीय समूह ने संयुक्त राज्य अमेरिका की तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम की तर्ज पर एक नीति अपनाने का भी प्रस्ताव किया है। इस समूह में भाजपा सहित 20 से अधिक सांसद हैं। सभी सांसदों से स्थानीय अधिकारियों के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले तिब्बतियों के मुद्दों को संबोधित करने और हल करने पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है। बता दें कि पिछले साल तिब्बत पर सर्वदलीय समूह के दोबारा सक्रिय होने के बाद ये पहली बैठक थी। इस समूह के कुछ सांसदों ने बीते दिसंबर में निर्वासित तिब्बती संसद द्वारा आयोजित रात्रिभोज में भी भाग लिया था। इसके बाद दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने चिंता व्यक्त करते हुए सांसदों को पत्र लिखा था और उनसे तिब्बती स्वतंत्र बलों को सहायता प्रदान करने से परहेज करने के लिए कहा था।
चीन के अरबपति जिओ जियानहुआ को मिली 13 साल की जेल, अदालत ने सुनाई सजा
शंघाई की एक अदालत ने शुक्रवार को चीनी-कनाडाई अरबपति जिओ जियानहुआ को 13 साल की जेल की सजा सुनाई। इसके अलावा उनकी टुमॉरो होल्डिंग्स कंपनी पर 55.03 बिलियन युआन (8.1 बिलियन डॉलर) का जुर्माना लगाया। बता दें कि जियानहुआ को 2017 से सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है। उन्हें आखिरी बार 2017 में हांगकांग के एक लग्जरी होटल से बाहर जाते हुए देखा गया था। शंघाई फर्स्ट इंटरमीडिएट कोर्ट ने कहा कि, जियान हुआ और टुमॉरो होल्डिंग्स पर लोगों के जमा रुपयों को अवैध रूप से निकालने, सौंपी गई संपत्ति के गलत तरह से उपयोग करने के साथ विश्वासघात, धन और रिश्वत का अवैध इस्तेमाल करने का आरोप लगा था। कंपनी ने इन सब मामलों में उसे दोषी पाया है। कोर्ट ने कहा कि, जियान हुआ और उसकी कंपनी की सजा को कम कर दिया गया है क्योंकि दोनों ने अपने अपराधों को स्वीकार कर लिया था और अवैध लाभ की वसूली और नुकसान को बहाल करने में सहयोग किया था। चीन में जन्मे जिओ जियान हुआ, जिसका चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के एलिट वर्ग से संबंध था, को आखिरी बार अपने सिर को ढके हुए हांगकांग के एक लग्जरी होटल से व्हीलचेयर पर बैठाकर ले जाते हुए देखा गया था।
Rani Sahu

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