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- सेंधमारी रोकने का...
अभिजीत अय्यर मित्र किलो क्लास पनडुब्बी के आधुनिकीकरण से जुड़ी खुफिया जानकारी लीक करने के मामले में सीबीआई द्वारा की गई गिरफ्तारियां शोचनीय तो हैं, पर उम्मीद भी बंधाती हैं। अब तक मुंबई में तैनात नौसैन्य कमांडर सहित कुछ सेवानिवृत्त अधिकारी केंद्रीय जांच ब्यूरो के हत्थे चढ़े हैं। जिस गति से इस पूरे मामले की जांच चल रही है, कयास है कि आने वाले दिनों में कई और हाथों में हथकड़ियां लग सकती हैं। ऐसे मामले पेशानी पर इसलिए बल बढ़ाते हैं, क्योंकि ये देश की सुरक्षा से सीधे-सीधे जुड़े होते हैं। चिंता की बात यह है कि सेंधमारी की ऐसी घटनाएं हाल के वर्षों में काफी बढ़ गई हैं। पिछले साल के आखिरी दिनों में ही हमारी एजेंसियों ने लुधियाना के हलवर एयरफोर्स के एक कर्मी को गिरफ्तार किया था, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए गुपचुप तरीके से सूचनाएं बटोर रहा था। इसके अलावा भी कई अन्य घटनाएं बीते कुछ महीनों में हुई हैं। सुरक्षाकर्मियों के लिए तो 'हनी ट्रैप' अब जाना-पहचाना शब्द बन गया है।