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- पस्त पड़ता कृषि कानून...
आरके सिन्हा। तीनों कृषि कानूनों के निरस्त होने तक अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला करने वाले ढाई राज्यों यानी पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान प्रदर्शनकारी अब पूरी तरह से पस्त और थके लग रहे हैं। उनके धरना स्थलों पर किसानों की उपस्थिति लगातार घट रही है। वास्तव में पस्त पड़े अपने आंदोलन में नई जान फूंकने के लिए ही किसान नेता नए सिरे से धरना-प्रदर्शन तेज करने की बातें कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान नेता यह समझने को तैयार नहीं कि उनकी लाख कोशिशों के बावजूद वे अपनी मुहिम को एक दिन के लिए भी अखिल भारतीय स्वरूप नहीं दे सके। महाराष्ट्र और गुजरात के किसान तो आंदोलनों को लेकर खासे मुखर रहे हैं, लेकिन वहां के किसान भी इन ढाई राज्यों के किसानों के साथ नहीं जुड़े। यही स्थिति देश के बाकी हिस्सों के किसानों की है।