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- कश्मीर पर तालिबान का...

संयम श्रीवास्तव।
अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) का कब्जा जगजाहिर है. लेकिन इस कब्जे ने कहीं ना कहीं भारत की मुश्किलें बढ़ा दीं हैं. क्योंकि भारत (india) अभी तालिबान को लेकर पशोपेश में है कि उसे तालिबान पर भरोसा करना चाहिए या नहीं. हालांकि तालिबान खुले तौर पर कई बार कह चुका है कि वह भारत से अच्छे संबंध चाहता है और अफगानिस्तान की धरती वह किसी भी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने देगा. भारत भी कूटनीतिक समझ से धीरे-धीरे तालिबान से नज़दीकियां बढ़ा रहा है. चाहे वह कतर में मंगलवार को तालिबानी नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई (Sher Mohammad Abbas Stanikzai) से भारतीय राजदूत दीपक मित्तल (Deepak Mittal) की मुलाकात हो या फिर सुरक्षा परिषद की ओर से दिया गया बयान, जिसमें तालिबान को समर्थन देने जैसी बात थी. या फिर पहले से चली आ रही तालिबान से बैकडोर बातचीत.