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- तालिबानी बर्बरता

जिस वक्त उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की एटीएस व एसटीएफ टीमें आतंकी संगठन अल-कायदा के नेटवर्क को यहां खंगालने में जुटी हैं, ठीक उसी समय अफगानिस्तान व पाकिस्तान से आई दो दर्दनाक खबरें बताती हैं कि इस पूरे खित्ते में आतंकवाद की चुनौती फिर कितनी गंभीर हो चली है! अफगानिस्तान में तालिबान ने जहां 20 से ज्यादा निहत्थे अफगान कमांडरों का कत्ल कर दिया, तो वहीं पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे की एक बस में हुए धमाके में 13 लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। मरने वालों में ज्यादातर चीन के नागरिक हैं, जो वहां दासू डैम परियोजना से जुडे़ थे। ये घटनाएं भारतीय सुरक्षा बलों के लिए खतरे की घंटी होनी चाहिए। उन्हें अब कहीं अधिक मुस्तैदी का प्रदर्शन करना होगा, क्योंकि पिछले करीब डेढ़ साल से लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों की वजह से दुबके पडे़ दहशतगर्द अब खोल से बाहर आने लगे हैं।
