सम्पादकीय

सेहत पर लंबे सकारात्मक प्रभाव और शारीरिक-मानसिक कुशलता के लिए कुछ जरूरी कदम जरूर उठाएं

Rani Sahu
4 Jan 2022 3:58 PM GMT
सेहत पर लंबे सकारात्मक प्रभाव और शारीरिक-मानसिक कुशलता के लिए कुछ जरूरी कदम जरूर उठाएं
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हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो दिखा, जिसमें साइकिल पर सामने की ओर लगे ब्लेंडर के साथ एक व्यक्ति अपनी पूरी ताकत से पैडल मार रहा था

एन. रघुरामन हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो दिखा, जिसमें साइकिल पर सामने की ओर लगे ब्लेंडर के साथ एक व्यक्ति अपनी पूरी ताकत से पैडल मार रहा था। जैसे-जैसे पैडल की गति बढ़ती जाती, ब्लेंडर तेजी से घूमता और तरबूज का जूस निकालता। अहमदाबाद के इस 'ग्रीन-ओ-बार' में लोग अपने लिए जूस खुद बना सकते हैं, पर थोड़ा अलग तरीके से। ऐसे समय में जब हम अपनी सेहत को लेकर पहले से कहीं ज्यादा चिंतित हैं, इस तरह की चीजें निश्चित ही ध्यान खींचती है और इस क्लिप को एक करोड़ से ज्यादा व्यू मिल चुके हैं!

कुल मिलाकर आधे घंटे की चहलकदमी सेहतमंद व खुश होने का रास्ता है, फिर चाहे पैडल से हो या जमीन पर। आपका शरीर इसके लिए आपको शुक्रिया कहेगा। इसलिए मैं कुछ तथ्य बताकर शुरू करता हूं। अगर आप रोजाना तीस मिनट चलते हैं तो इससे अगले 12 सालों में आपकी जिंदगी में 91 दिन जुड़ जाएंगे। इस बात के अनेक साक्ष्य हैं कि हर दिन 30 मिनट तेज चलने से आपकी जीवन प्रत्याशा बेहतर होती है।
अध्ययन में पता चला है कि आपके चलने की गति से आपके जीवनकाल पर असर होता है, यह हृदय रोग और कैंसर से मृत्यु दर में 20% कमी करता है। यह बुढ़ापे के लिए पेंशन या पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश करने जैसा है। इसके कुछ अन्य फायदे देखते हैं-
वजन घटाने में मदद करता है : यह ऐसी चीज है जो आपको ही नहीं, दूसरों को भी दिखती है। अगर रोज करें तो ये एक शानदार वजन प्रबंधन टूल है। इसमें कोई संदेह नहीं कि सही वज़न बनाए रखेंगे तो स्वास्थ्य संबंधी अनेक मसलों से बचने में मदद मिलती है।
बेहतर मानसिक शक्ति: 2012 में एक मेडिकल जर्नल में बुजुर्गों पर प्रकाशित अध्ययन में कहा गया कि जो नियमित रूप से घूमने जैसी शारीरिक गतिविधि करते हैं, उनमें डिमेंशिया का खतरा 40% कम होता है। दिमागी सेहत के लिए कदमों की संख्या से अधिक गति अहम है।
मधुमेह का खतरा कम व नियंत्रण में मदद: ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक 30 मिनट घूमने से डायबिटीज की आशंका कम हो जाती है, चाहे आपका वजन अधिक हो या नहीं।
कैंसर से उबरने में मदद : इस बात के अनेक प्रमाण हैं कि कसरत से हर तरह के कैंसर रोकने में मदद मिलती है। यह कैंसर से उबरने में मदद का भी एक बेहतरीन जरिया है।
सामान्य सेहत में सुधार : इसके समर्थन में मुझे किसी जर्नल की जरूरत नहीं। वॉक के दौरान मैं खुद ये महसूस करता हूं। कसरत के दौरान शरीर एंडोरफिन (अच्छा महसूस कराने वाला रसायन) छोड़ता है। जाहिर तौर पर इससे बाकी दिन के लिए मूड बेहतर होता है।
अन्य लाभ : आप एक महीने या अधिक में ऊपरी तौर पर बेहतर दिखने लगेंगे। त्वचा बेहतर हो जाएगी। मांसपेशियां लंबी व मजबूत हो जाएंगी। आपको दिखेगा कि कमर कम हो गई है, शारीरिक मुद्रा भी बेहतर हुई है। इससे युवाओं सी सक्रियता का आभास होगा जो लंबे समय तक सक्रिय रहने के लिए तैयार करेगा।
पर सबसे अहम काम शरीर के भीतर होगा, जैसे हृदय-फेफड़ों को मजबूत बनाना, खराब कोलेस्ट्रोल का स्तर कम करना, शुगर नियंत्रित करना और हेल्दी वजन रखना। बात सिर्फ लंबा जीवन जीने की नहीं है, बल्कि ये आपको ऊर्जा के साथ जीने में मदद करता है और इस तरह गतिशीलता बढ़ती है। निश्चित ही कम दर्द-पीड़ा आपके जोड़ों की ताकत बेहतर करती है।
फंडा यह है कि हरेक को अच्छी सेहत के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए, क्योंकि इसका केवल शारीरिक-मानसिक कुशलता पर ही असर नहीं होता, बल्कि इसका आपकी पूरी सेहत पर लंबा प्रभाव पड़ता है।
Rani Sahu

Rani Sahu

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