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सम्पादकीय
आप अपनी कमर की देखभाल करें और यह आपकी संपूर्ण सेहत का खयाल रखेगी
Gulabi Jagat
12 April 2022 8:53 AM GMT
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पुरुषों के साथ परेशानी तब है, जब उनकी अधेड़ावस्था आ जाती है
एन. रघुरामन का कॉलम:
यात्रा पाबंदियों में ढील के साथ, मास्क भी उतरने लगे हैं, चूंकि अभी देश के कई हिस्सों में गर्मी बर्दाश्त के बाहर है ऐसे में किसी भी घर में जाएं, गर्मी की छुटि्टयां बिताने और अपेक्षाकृत कम गर्म स्थान की तलाश पर बात हो रही है। पर मुझे एक दिक्क्त है। छुटि्टयों का मतलब किसी पानी वाली जगह में शर्ट उतारना। पर मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि बाकी कई अधेड़ उम्र के आदमियों की तरह पिछले कुछ सालों में मेरा भी वजन बढ़ा है और इसे कम करना मुश्किल हो रहा है।
सिर्फ मैं ही नहीं। 47 देशों में हुई एक नई स्टडी बताती है कि पुरुष 2017 की तुलना में ज्यादा मोटे हो गए हैं। पुरुषों के साथ परेशानी तब है, जब उनकी अधेड़ावस्था आ जाती है, वे काम पर ध्यान देते हैं इसलिए वजन बढ़ा लेते हैं और अतिरिक्ति वजन घटाना कठिन हो जाता है, फिर अपनी वार्डरोब में बड़ी कमर के नए कपड़े दिखाकर धीरे-धीरे इसके साथ जीने लगते हैं। 60-70 साल की उम्र तक पहुंचते ही उनकी चर्बी 20 साल उम्र की अपेक्षा 30% बढ़ जाती है।
वैसे फैट अपने आप में बुरा नहीं है क्योंकि हमें फैटी एसिड्स की जरूरत होती है, ताकि मेटाबॉलिज्म सुचारू रहे और चर्बी कम हो। लेकिन 'विसरल फैट' अच्छा नहीं है। यह ऐसा फैट है, जो पेट के अंदर उथले हिस्से में जमा हो जाता है। यह कई महत्वपूर्ण अंगों जैसे लिवर, पेट व आंतों के आसपास जमा होता है। यह धमनियों में भी जमा हो सकता है। कभी-कभी इसे 'एक्टिव फैट' भी कहते हैं, क्योंकि यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा तेजी से बढ़ा सकता है।
अगर कमर के आसपास चर्बी है, तो जरूरी नहीं कि ये विसरल फैट हो। बैली फैट, त्वचा के नीचे जमा होने वाला वसा भी हो सकता है। यह फैट हाथ-पैरों में भी पाया जाता है और इसे आसानी से देख सकते हैं। जबकि विसरल फैट पेट के अंदर होता है और आसानी से नहीं दिखता। जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती है, ग्रोथ से जुड़े हार्मोन बनना क्षीण हो जाते हैं, इससे मांसपेशियां बनना और कैलोरी बर्न होना मुश्किल हो जाता है।
जैसे-जैसे मांसपेशियों का क्षरण होता है, चर्बी की नई परत इसकी जगह ले लेती है, खासतौर पर कमर-पेट के आसपास, जिसे हम मिडिल एज का फैलाव कहते हैं। फिर आदर्श कमर कितनी होनी चाहिए? विशेषज्ञों का मानना है कि संभावित स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम रखने के लिए इंसान की कमर उसकी हाइट से आधी होनी चाहिए।
उदाहरण के लिए 5 फुट 6 इंच(66 इंच) वाले पुरुष/महिला की कमर 33 इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इसका मतलब है कि हर इंच हाइट के साथ कमर सिर्फ 0.5 इंच होनी चाहिए। अगर आपकी कमर इस निर्धारित मानक से ज्यादा है, तब क्या करें?
1. खाने की कला सीखें। जिस तरह आप खाते हैं, उससे पाचन वाला दिन प्रभावित हो सकता है और बदले में वजन पर असर आएगा। खाना अच्छी तरह चबाएं और सबसे जरूरी बात-धीरे-धीरे खाएं। वजन कम करने के लिए कम खाने की जरूरत नहीं। हार्वर्ड का एक अध्ययन कहता है कि आप ज्यादा खा सकते हैं, बशर्ते खाना लो कैलोरी वाला हो। इसमें कहा गया कि जिन लोगों ने लो कैलोरी लेकिन विटामिन-खनिज से भरपूर खाद्य जैसे फूलगोभी, बैरीज, नाशपाती, सोया का सेवन बढ़ाया भी, उनका वजन तेजी से कम हुआ।
2. जिम से परे देखें। परंपरागत कसरत ही जरूरी नहीं। इसके साथ बागवानी-डांसिंग जैसी कुछ अतिरिक्त गतिविधियां रोज करें, तो ज्यादा फायदा मिलेगा। वजन कम करने के लिए ढेर सारी गतिविधियां एक-साथ न करें। इससे क्रम बिगड़ेगा। कसरत नियमित और एक ही समय पर करें।
फंडा यह है कि आप अपनी कमर की देखभाल करें और यह आपकी संपूर्ण सेहत का खयाल रखेगी।
Gulabi Jagat
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