सम्पादकीय

बीजेपी की दमदार जीत

Subhi
11 March 2022 3:53 AM GMT
बीजेपी की दमदार जीत
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पांच राज्यों के चुनावी नतीजे में कई संदेश छिपे हैं। इनमें यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी सत्ता में वापसी कर रही है, जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।

पांच राज्यों के चुनावी नतीजे में कई संदेश छिपे हैं। इनमें यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी सत्ता में वापसी कर रही है, जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इन नतीजों का पहला संदेश तो यही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और बीजेपी की चुनावी मशीनरी का कोई मुकाबला नहीं है। दूसरा, 2014 लोकसभा चुनाव से मोदी के नेतृत्व में देश की राजनीति में बदलाव का जो सिलसिला शुरू हुआ, वह अभी तक जारी है। बीजेपी हिंदी पट्टी की पार्टी नहीं रही। वह मणिपुर से लेकर गोवा तक में अपना प्रभुत्व बार-बार स्थापित कर रही है। तीसरा, इस जीत में शीर्ष स्तर पर दमदार नेतृत्व के साथ केंद्र, राज्य स्तर पर कल्याणकारी योजनाओं, विकास के दावे, हिंदुत्व और ध्रुवीकरण बीजेपी के औजार साबित हुए हैं। चौथा, बीजेपी की वैचारिकी के सामने विपक्ष एक मजबूत आइडिया नहीं रख पाया है। यानी बीजेपी जिस तरह से देश की राजनीति बदल रही है, उसका विपक्ष के पास कोई जवाब नहीं है। पांचवां, पार्टी के पास व्यापक सामाजिक समर्थन और जनाधार है। खासतौर पर महिलाओं और पिछड़ी जातियों से उसे व्यापक समर्थन मिल रहा है। वह सिर्फ अगड़ी जातियों या ब्राह्मण-बनिया की पार्टी नहीं है। छठा, ममता बनर्जी, के चंद्रशेखर राव, एम के स्टालिन और कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की जिस गोलबंदी के अभियान में लगे थे, अब वह कमजोर पड़ सकता है।

सातवां, यूपी में बहुमत के साथ सत्ता में वापसी से योगी आदित्यनाथ का कद पार्टी में बढ़ेगा। यह बात इसलिए दिलचस्प है क्योंकि चुनाव से कुछ समय पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की चर्चा ने काफी जोर पकड़ा था। एक वर्ग उन्हें पहले से राष्ट्रीय राजनीति में मोदी का उत्तराधिकारी मानता आया है। इस जीत के बाद यह बात भी जोर पकड़ेगी। आठवां, आम आदमी पार्टी के दिल्ली में गवर्नेंस मॉडल को पंजाब के लोगों ने मंजूर किया है और पार्टी को उसे राज्य में लागू करने का मौका दिया है। पांच राज्यों के नतीजे यह भी बताते हैं कि बीजेपी के चुनावी आइडिया के बरक्स कम से कम पंजाब में लोगों ने आप के आइडिया को मंजूर किया, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी जैसी बुनियादी चीजें समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने पर जोर है। इससे राष्ट्रीय राजनीति में आप का कद बढ़ेगा और वह गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी चुनावों में भी अधिक ताकत के साथ उतरेगी। नौवां, लोग बार-बार कांग्रेस को नकार रहे हैं। क्या वाकई गांधी परिवार को अब पार्टी नेतृत्व छोड़ देना चाहिए? आने वाले दिनों में यह बात भी फिर से जोर पकड़ सकती है। यह भी लगता है कि कांग्रेस और अखिलेश यादव जैसे नेता अपनी पार्टी की पुरानी छवि से पीछा नहीं छुड़ा पा रहे। आखिरी बड़ा संदेश इन नतीजों का यह है कि 2024 लोकसभा चुनाव में फिलहाल बीजेपी का पलड़ा भारी लग रहा है। यानी मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं।

नवभारत टाइम्स

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