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- कड़ाई अब मजबूरी
अंतत: उत्तर प्रदेश सरकार को कडे़ फैसले लेने की शुरुआत करनी पड़ी। जिस हिसाब से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, उसमें लॉकडाउन और कफ्र्यू के अलावा कोई विकल्प नहीं रह गया है। एक ओर, जहां रात्रिकालीन कफ्र्यू का विस्तार किया गया है, वहीं रविवार को पूरी तरह से लॉकडाउन लगाने का फैसला भी प्रदेश में संक्रमण की शृंखला तोड़ने के लिए अनिवार्य है। मास्क न पहनने वालों से एक हजार रुपये का जुर्माना वसूलना गरीबों की दृष्टि से थोड़ा आक्रामक लगता है, लेकिन बचाव के लिए यह भी जरूरी है। रविवार को सभी बाजारों को सैनेटाइज करने का फैसला भी स्वागतयोग्य है। जो लोग सरकार की इस कड़ाई को जरूरी नहीं मानते, उन्हें उत्तर प्रदेश में गुरुवार को सामने आए आंकडे़ देखने चाहिए। एक दिन में 104 लोगों की मौत हुई है और 22,439 नए मामले सामने आए हैं। नोएडा जैसे अपेक्षाकृत विकसित क्षेत्र में मरीजों के लिए सरकारी अस्पतालों में जगह कम पड़ने लगी है, तो उत्तर प्रदेश के दूरदराज के इलाकों में अस्पताल किस दबाव में होंगे, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।