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- प्रतियोगी परीक्षा...

हिमाचल प्रदेश में आयोजित हो रही प्रतियोगी परीक्षाएं अब मजाक बन चुकी हैं। लोग पैसे के दम पर प्रश्न पत्र लाखों रुपए में खरीदकर इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिए जा रहे हैं। कल तक यही कयास लगाए जा रहे थे कि सिर्फ जेओए प्रश्नपत्र लीक मामले में एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस ने अब पुलिस भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र मामले में भी तीन अभ्यर्थियों सहित एक स्कूल कर्मचारी को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इससे तमाम ऐसी आयोजित हुई परीक्षाएं संदेह के घेरे में हैं। जेओए का प्रश्नपत्र लीक करने वाला और लीक पेपर से उत्तर तलाश करके उत्तर पुस्तिका में लिखने वाला भी एक ही संस्थान के दोनों निकलें तो मामला गहन जांच का है। क्या ऐसे निजी कालेज प्रबंधक अब तक प्रश्नपत्र समय से पहले ही लीक करके अपनी जेबें भरते रहे, यह सवाल उठ रहा है। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जा रही परीक्षाएं मजाक का पात्र न बन जाएं, इसके लिए सुरक्षा प्रबंध कड़े करने की जरूरत है। पुलिस परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का विवाद अभी थमा नहीं और अब जेओए का नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। कुल मिलाकर कहा जाए तो अब लगभग सभी परीक्षाएं आजकल नियमों को ताक पर रखकर ली जा रही हैं। स्मार्ट मोबाइल फोन का प्रचलन नकल को अधिक बढ़ा रहा है। अक्सर ऐसी विवादित परीक्षाओं के मामले न्यायालय में चले जाने से मेहनती छात्रों का भविष्य अधर में लटक रहा है। जूनियर आफिस असिस्टेंट (जेओए) आईटी का पेपर लीक होना देवभूमि की साख को धूमिल कर रहा है।
