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- रोकिए नरसंहार

युद्ध से त्रासद खबरों का आना बेरोक जारी है। अमानवीयता की बदतर तस्वीरें सामने आने लगी हैं। यूक्रेन के बुका में जैसे नरसंहार के संकेत मिले हैं, उससे पूरी दुनिया में चिंता की लहर दौड़ गई है। भारत ने पहली बार पूरी दृढ़ता से हिंसा की निंदा की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को यूक्रेन की स्थिति पर लोकसभा में बताया कि भारत इस संघर्ष के पूरी तरह खिलाफ है और तत्काल हिंसा खत्म करने के पक्ष में है। अब तक भारत से यह सवाल बार-बार पूछा जा रहा था कि वह किसके साथ है, इस सवाल का जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने यदि कोई पक्ष चुना है, तो वह शांति का पक्ष है। लोकसभा में जयशंकर ने कहा कि भारत का रुख राष्ट्रीय विश्वास एवं मूल्यों, राष्ट्रीय हितों और राष्ट्रीय रणनीति के तहत निर्देशित है। हिंसा व बेगुनाहों के जीवन की कीमत पर कोई समाधान नहीं निकल सकता। संवाद और राजनय ही एकमात्र उपाय है। भारत का यह रुख स्वागतयोग्य है। युद्ध के विरुद्ध और शांति के पक्ष में भारतीय नेताओं को लगातार अपने विचार दुनिया के सामने रखने पड़ेंगे। दुनिया में कतई यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि भारत युद्ध या हमले के पक्ष में है।
क्रेडिट बाय हिन्दुस्तान
