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जयंती पर विशेष : क्या श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की वजह राजनीतिक थी?
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में आशुतोष मुखर्जी और जोगमाया देवी मुखर्जी के घर एक ऐसे बच्चे का जन्म होता है जो आजाद भारत में अखंड भारत की मांग करता है. एक ऐसा व्यक्तित्व जो उस दौर में जब पूरे देश में केवल कांग्रेस (Congress) ही कांग्रेस होती थी, तब उसकी विचारधारा से इतर 'भारतीय जनसंघ' (Bharatiya Jana Sangh) की स्थापना करता है. जिससे आज निकल कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) बनी है. यही वजह है कि बीजेपी आज भी अपनी पार्टी की विचारधारा को जनसंघ और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) से जोड़कर देखती है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उन लोगों में गिना जाता है जिन्होंने आजाद भारत में सबसे पहले अनुच्छेद 370 (Artical 370) के विरोध में आवाज उठाई थी उनका कहना था कि 'एक देश में दो निशान दो विधान और दो प्रधान नहीं चल सकते.' बीजेपी के एजेंडे में 370 के हटाए जाने का होना श्यामा प्रसाद मुखर्जी की ही देन थी.