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- मंगल से ध्वनियां धरती...
जब मंगल से ध्वनियां धरती पर पहुंचने लगी हैं, तब वैज्ञानिकों को शोध-चिंतन का एक ऐसा विषय मिल गया है, जो रहस्य और रोमांच से सराबोर है। मंगल से आ रही ध्वनियों की प्रारंभिक विवेचनाएं सामने आने लगी हैं। ऐसा लगता है, मंगल पर 18 फरवरी को उतरा नेशनल एरोनॉटिक्स स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) का रोवर निरंतर फोटो और ध्वनियां रिकॉर्ड कर धरती पर भेज रहा है। नासा ने मंगल से आ रही दो तरह की आवाजों को अभी तक जारी किया है। एक तो मंगल पर चलती हवा की आवाज है, दूसरी, लेजर प्रभाव की ध्वनि है। दुनिया में आम लोगों के लिए लेजर की ध्वनि का बहुत आकर्षण नहीं है। लेजर की जो ध्वनि आई है, उसमें इलेक्ट्रॉनिक की आवाज हावी है। यह ऐसी आवाज है, मानो किसी वीराने में फिल्म का प्रोजेक्टर चल रहा हो। मंगल पर लेजर शॉट्स की ध्वनि निरंतर स्नैप या फोटो खींचने से होने वाली ध्वनि की तरह लगती है। विवेचना जारी है और ऐसा लगता है कि महत्व लेजर ध्वनि का नहीं, बल्कि उसकी गूंज व असर का है।