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- एक ट्विट से इतनी
एक पॉप स्टार के ट्विट पर पूरी सरकार एक सूत्री एजेंडे के साथ हरकत में आ जाए, ऐसी मिसाल शायद ही पहले कभी दिखी होगी। वह भी उस ट्विट पर जिसमें सिर्फ यह कहा गया था कि भारत में किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिशों पर दुनिया में चर्चा क्यों नहीं हो रही है। इस पर विदेश मंत्रालय आधिकारी बयान जारी करे, गृह मंत्री सार्वजनिक वक्तव्य दें और सरकार की तरफ से देसी सेलिब्रेटीज को जवाब देने के लिए संगठित किया जाए, तो यही समझा जाएगा कि आखिर चोर कहीं अपने मन में है। बहरहाल, अब बात सिर्फ अंतरराष्ट्रीय सेलेब्रेटीज तक नहीं रही है। अब नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने भी कह दिया है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार लोकतंत्र की आत्मा है। संदर्भ किसान आंदोलन का ही है। तो सवाल है कि आखिर सरकार किस- किस का मुंह बंद करेगी। जब सड़क पर ठोकी गई कीलों की तस्वीरें दुनिया भर में छप रही हैं और पत्रकारों की गिरफ्तारी तथा उनके ट्विटर अकाउंट बंद करवाने की मुहिम सरकार जुटी है, तो दुनिया भारत के बारे में जानने के लिए अक्षय कुमार या सचिन तेंदुलकर पर निर्भर नहीं है।