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- स्कूली छुट्टियों का...
हिमाचल का शिक्षा विभाग अगर सर्कस के करतब दिखाना भी शुरू कर दे, तो इसकी प्रासंगिकता बढ़ जाएगी। अपने अनेक फैसलों खास तौर पर वार्षिक छुट्टियों की घोषणा को लेकर यह विभाग सर्कस ही तो कर रहा है। सर्कस शो का अंतिम पहर और भी रोमांचक है जब घोषित शैड्यूल के मुताबिक 21 जून से शुरू हो रहे अवकाश को एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया जाता है। यानी जो बच्चे अपने नाना या दादा के पास निकल गए, उनसे विभाग यह कहता देखा गया कि एक दिन लौट आओ। जाहिर है 21 को योग दिवस रहा, तो छुट्टी की अनिवार्यता रद्द होनी चाहिए थी, लेकिन तब तक शिक्षा विभाग की हेकड़ी परवान चढ़ चुकी थी। हद तो यह कि ग्रीष्मकालीन छुट्टियों का फैसला करते विभाग ने अध्यापकों तक की नहीं सुनी और न ही अभिभावकों की चिंताओं को पढ़ने का प्रयास किया। लगातार खींचतान के बीच गर्मियों और बरसात के महीनों में यह विभाग अपनी लाचारी का सबूत देता हुआ यह साबित कर रहा है कि महकमा सिर्फ शिमला में बैठकर एक मठाधीश के मानिंद निर्देश पारित कर सकता है, सो कर दिया।
सोर्स - divyahimachal