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स्वास्थ्य सेवाओं के मोर्चे पर सुधार के लिए अभी युद्धस्तर पर प्रयास की जरूरत है। विशेष रूप से कोरोना महामारी के समय हमने स्वास्थ्य सेवाओं को घुटने टेकते देखा है। अत: नीति आयोग द्वारा सोमवार को जारी चौथे स्वास्थ्य सूचकांक की प्रासंगिकता बढ़ गई है। सूचकांक के अनुसार, स्वास्थ्य सेवा देने के मोर्चे पर केरल सबसे आगे है। देश के 19 बड़े सूबों में केरल की विकासशीलता सबके लिए प्रेरणादायी है। कोरोना महामारी को ही अगर हम लें, तो जांच से लेकर इलाज तक यह राज्य सबसे आगे रहा है, इसलिए वहां महामारी के भयंकर प्रकोप के बावजूद स्थितियां बेकाबू नहीं हुई हैं। वैसे इस स्वास्थ्य सूचकांक का संदर्भ वर्ष 2019-20 है और देश की चिकित्सा व्यवस्था का असली परीक्षण वर्ष 2020-21 और उसके बाद हुआ है। जब पांचवां स्वास्थ्य सूचकांक जारी होगा, तो स्थिति और भी स्पष्ट होकर सामने आएगी।
हिन्दुस्तान
