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भगवान शिव शंकर महादेव को हम भोलेनाथ भी कहते हैं
भगवान शिव शंकर महादेव को हम भोलेनाथ भी कहते हैं। यह बहुत भोले हैं, भोले भंडारी साधारण पूजा, एक लोटा पानी का शिवलिंग पर चढ़ाने से भी प्रसन्न हो जाते हैं और सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर है। इसलिए शिव को प्रसन्न करने के लिए सत्य की राह पर भी चलना जरूरी है। काम, लोभ, गुस्से आदि गलत आदतों का त्याग करना चाहिए। भगवान शंकर ने रावण को उसकी भक्ति से खुश होकर कई अद्भुत शक्तियां और सोने की लंका तक दे दी थी, लेकिन अहंकारवश होकर उसने उनका प्रयोग अनुचित कामों के लिए करना आरंभ कर दिया। रावण का अहंकार उसके परिवार के पतन का कारण बना और सोने की लंका भी मिट्टी का ढेर बन गई। भगवान शिव की पूजा के साथ गरीबों की मदद करनी चाहिए।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा
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Rani Sahu
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