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- कृषि कानूनों की वापसी:...
रवीश कुमार, सतगुरु नानक परगटया, मिट्टी धुंध, जग चानन होया. सतगरु नानक प्रकट हुए, धुंध मिटी है और जग में चांद सा प्रकाश हुआ. आप सभी को गुरुपरब की बधाई. आज कई चीज़ों से धुंध छंट गई है. एक देश एक चुनाव के पीछे बिना सोचे समझे नाचने गाने वाले लोगों ने आज देखा होगा कि अगर इस देश में समय समय पर चुनाव न होते रहते तो सरकारें कब का आवारा और अत्याचारी हो चुकी होतीं. जो बात एक साल में नहीं समझ आई, वो यूपी चुनाव के कारण समझ गई. इसलिए जब कोई नेता आपको यह समझाए कि एक देश एक चुनाव होना चाहिए तो खुद से एक सवाल कीजिएगा, जो नेता हजारों करोड़ रुपये के चंदे को बेनामी रखना चाहता है, बताना नहीं चाहता कि किसका और कैसा पैसा है, क्या वाकई उसे जनता के कुछ हजार करोड़ रुपये की चिंता है या फिर वह खर्चे के नाम पर चुनावों को खत्म कर जनता की ताकत को खत्म कर देना चाहता है. इस बात को लिखकर पर्स में रख लीजिए, प्राइम टाइम के बाद इस पर विचार कीजिए.