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शांता कुमार की बहुत बढि़या सोच है कि आरक्षण जातीय आधार पर नहीं होना चाहिए
शांता कुमार की बहुत बढि़या सोच है कि आरक्षण जातीय आधार पर नहीं होना चाहिए, लेकिन हमारे हिमाचल प्रदेश में अभी भी जातपात की बीमारी है। इसलिए प्रदेश में अगर जाति आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाता है तो हो सकता है कि विभिन्न विभागों की सरकारी-प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों, शिक्षा क्षेत्र और अन्य बहुत से स्थानों पर ईमानदार, मेहनतकश आरक्षित वर्ग के युवाओं के साथ जातपात आधार पर भेदभाव हो।
जातिगत आधार पर आरक्षण की व्यवस्था समाज में दो वर्गों का निर्माण करती है, जिससे दोनों वर्गों में टकराव के आसार बन जाते हैं। इसलिए जातिगत आधार के बजाय आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए। इससे सभी गरीबों को लाभ होगा तथा समाज में बटवारा भी नहीं होगा।
-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा

Rani Sahu
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