- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- शास्त्री जी को याद...
दो अक्तूबर को दो महान आत्माओं ने हमारी पावन धरती पर जन्म लिया। एक गांधी जी और एक गांधीवादी शास्त्री जी। एक को हम रह-रह कर याद करते हैं, परंतु दूसरे को भूले-बिसरे यदा-कदा जि़क्र कर लिया करते हैं। जैसे ही दो अक्तूबर आने वाला होता है, गांधी जयंती को मनाने के लिए विभिन्न विभागों को आदेश आते हैं कि इस दिन को कैसे मनाया जाना है। इस गहमा-गहमी के बीच अपने ही देश के एक और महान आदमी को हम या तो भूल जाते हैं या वे हाशिए पर चले जाते हैं। ऐसे पत्र या आदेश हमारी नज़रों से कम ही गुज़रते हैं जिसमें हमारे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिन को मनाने का आग्रह किया गया हो। क्या हम देश के इस महान आदर्श को भूल तो नहीं रहे हैं? दो अक्तूबर को लाल बहादुर शास्त्री को भूलते-भूलते याद करना या औपचारिकता समझ कर श्रद्धांजलि मात्र देना उनके प्रति हमारी उदासीनता का बड़ा उदाहरण है।