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- पंजाब को अस्थिर करने...
सिद्धू को लेकर कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने उसके पाकिस्तान के हुकुमरानों के साथ संबंधों को लेकर प्रश्न खड़ा कर दिया। कैप्टन फौज में रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वे देश की सुरक्षा के प्रश्न पर सोनिया परिवार से अपने संबंधों की बलि भी चढ़ा सकते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के इस प्रश्न पर सोनिया परिवार चाह कर भी सिद्धू के पक्ष में नहीं आ सकता था। इस प्रकार सिद्धू रणक्षेत्र से बाहर हो गए और फिर रिंग में एकमात्र जट्ट सुखजिंदर सिंह रंधावा ही बचे थे। सोनिया परिवार ने उसी का राजतिलक करने का निर्णय कर लिया। ढोल-नगाड़े बजने लगे। लेकिन अब बारी नवजोत सिंह सिद्धू की थी। उनका तर्क तो साफ और सीधा था। जब जट्ट ही मुख्यमंत्री बन सकता है तो पंजाब में सिद्धू के सिवा दूसरा जट्ट कैसे आ सकता है? सोनिया परिवार को अपने पास केवल एक ही जट्ट रखना होगा और वह सिद्धू के सिवा कोई नहीं हो सकता…