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- सवाल संघीय व्यवस्था
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत पश्चिम बंगाल में झोंक दी है। चुनावों की जिस तरह पार्टी तैयारी करती है और उसके लिए उसकी जो खास शैली अब तक दिखी है, उसके मद्देनजर इसमें कोई अचरज की बात नहीं है। लेकिन इस क्रम में जिस तरह एक बार फिर उसने संघीय व्यवस्था से जुड़े सवाल को खड़ा कर दिया है, वह जरूर पूरे देश की चिंता का विषय है। यही कारण है कि अशोक गहलोत, अमरिंद सिंह, भूपेश बघेल से लेकर आम आदमी पार्टी और डीएमके तक ने इस मामले में केंद्र के रुख का विरोध किया है। मुद्दा यह है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को अचानक दिल्ली तलब करने का निर्देश दे दिया, जिनके पास दक्षिण 24-परगना जिले में जेपी नड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन तीनों अधिकारियों को भेजने से इनकार कर दिया है। घटना के अगले ही दिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को समन भेज कर 14 दिसंबर को दिल्ली हाजिर होने का निर्देश दिया था।