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- कहानी के लिए सबूत!
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के समर्थक इको-सिस्टम ने किसान आंदोलन को लेकर यह कहानी शुरुआत से बनाई कि आंदोलनकारी असल में खालिस्तानी हैं। लेकिन ये अब तक ये कहानी लोगों के गले नहीं उतारने में उन्हें ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है। तो उन्होंने पॉप स्टार रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा टनबर्ग और अन्य अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के इस मामले में ट्विट कर समर्थन देने के बाद अपनी कहानी को फिर से उछाला। इस बार इसमें भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश का एंगल जोड़ा गया। आधार उस टूलकिट को बनाया गया, जिसमें सरकारी पक्ष का कहना है कि भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश के सबूत हैं। जबकि कानून के कई अंतरराष्ट्रीय और भारतीय विशेषज्ञों का दावा है कि टूलकिट किसान आंदोलन को समर्थन देने के कार्यक्रमों का एक ब्योरा भर है। बहरहाल, इसी टूलकिट को आधार बना कर दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरु में 21 वर्षीय पर्यावरण संरक्षण कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार कर लिया। निकिता जैकब और शांतुनू नाम के दो और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की तैयारी कर ली गई है।